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शुक्रवार, 20 जून 2025

वैश्विक : पीएम मोदी से सऊदी प्रिंस बात नहीं करते तो खत्म हो जाता पाकिस्तान, पाक नेता का बड़ा खुलासा

 पाकिस्तान उपप्रधानमंत्री इसहाक डार ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और शोरकोट एयरबेस पर एयरस्ट्राइक की थी। यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में था जिसमें 26 आम नागरिक मारे गए थे। डार ने यह खुलासा न्यूज को दिए एक इंटरव्यू के दौरान किया। आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की सरकार और सेना के द्वारा बार-बार हमले से हुए नुकसान को लेकर इनकार किया जाता था। उन्होंने कहा, "हमारे जवाबी हमले की तैयारी हो रही थी, लेकिन भारत ने हमसे पहले कार्रवाई कर दी और हमें चौंका दिया।" भारत सरकार ने अपने ऑपरेशन को सटीक, मापी गई और गैर-उत्तेजक कार्रवाई करार दिया था। भारत का दावा था कि उसने केवल आतंकी ढांचों और उन ठिकानों को निशाना बनाया, जो सीमा पार से हो रहे हमलों की योजना और समर्थन में शामिल थे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। हालांकि भारत ने हर बार उनके दावों को सिरे से खारिज कर दिया। ट्रंप के दावों के उलट इसहाक डार ने बताया कि हमले के तुरंत बाद सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने उनसे संपर्क किया और इच्छा जताई कि वे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात कर भारत-पाक तनाव को कम करने में मदद करें। डार ने कहा, ‘सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने फोन करके पूछा कि क्या वह जयशंकर को बता सकते हैं कि पाकिस्तान रुकने के लिए तैयार है। व्हाइट हाउस पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने भी हाल ही में स्वीकार किया कि भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के कई क्षेत्रों पर हमला किया, जिनमें रावलपिंडी का एयरपोर्ट भी शामिल है। उन्होंने कहा, "भारत ने फिर से मिसाइल हमले किए और हमारे विभिन्न प्रांतों, खासकर रावलपिंडी एयरपोर्ट को निशाना बनाया।" उन्होंने यह भी कबूल किया कि 10 मई को तड़के 4:30 बजे पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की योजना थी, लेकिन 9-10 मई की रात भारत के दूसरे दौर के हमले ने उस योजना को विफल कर दिया।

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