अतिप्राचीन बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर हुआ वार्षिक श्रृंगार, हजारों श्रद्धालुओं ने विशाल भंडारे में ग्रहण किया महाप्रसाद
सैदपुर सावन के आखिरी सोमवार के एक दिन पूर्व नगर के अतिप्राचीन बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर वार्षिक श्रृंगार व नगरवासियों के सहयोग से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहां पूरे क्षेत्र से जुटे हजारों की संख्या में लोगों ने भंडारे में महाप्रसाद ग्रहण किया। रविवार की सुबह से ही मंदिर परिसर में महाप्रसाद बनना शुरू हो गया। इस दौरान शाम तक महाप्रसाद बनाया गया और रविवार की शाम 5 बजे से पूरे क्षेत्र से जुटे लोगों ने भंडारे में शामिल होना शुरू कर दिया। इस बाबत अमित चौरसिया, मनोज सिंह, गोपाल मोदनवाल, भोनूराम सोनकर, राजेश चौरसिया आदि ने बताया कि इस आयोजन में पूरे नगर के लोगों ने सहयोग दिया है। बताया कि यहां पर बीते कई वर्षों से सावन माह में इस तरह के भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है। जहां हर साल 15 हजार से अधिक लोगों द्वारा महाप्रसाद ग्रहण किया जाता है। बता दें कि बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग को लेकर मान्यता है कि वनगमन के दौरान प्रभु श्रीराम ने खुद ही शिवलिंग की स्थापना की थी। क्योंकि वो प्रतिदिन रात में जहां विश्राम करते थे तो सुबह उठकर नहाने के बाद नित्य पूजन के लिए नदी किनारे ही शिवलिंग का निर्माण करते और पूजन कर आगे की यात्रा पर बढ़ जाते थे।
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