🔘 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जयपुर में युवाओं को दी नई उड़ान, सहकारिता से रचा विकास का संकल्प
जयपुर, 17 जुलाई। जयपुर की धरती आज सहकारिता और राष्ट्र निर्माण के ऐतिहासिक संकल्प की साक्षी बनी, जब केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 'सहकार एवं रोजगार उत्सव' के अंतर्गत राजस्थान के 8,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए और सहकारिता के बहुआयामी विस्तार का भविष्यदृष्टि से भरपूर खाका प्रस्तुत किया।
इस भव्य अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया तथा अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी मंच पर उपस्थित रहे।
‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष’ की प्रेरणा भारत से
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2025 को 'अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष' घोषित किया, तब इसका शुभारंभ भारत ने किया और यह गौरव है कि सहकारिता आंदोलन का नया अध्याय भारत की भूमि से आरंभ हो रहा है। इसी क्रम में आज 24 अन्न भंडारण गोदाम, 64 मिलेट आउटलेट्स, गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण वितरण, माइक्रो एटीएम वितरण, PACS सम्मान तथा PDCS ऑनलाइन पंजीकरण प्लेटफॉर्म की शुरुआत जैसे अनेक नवाचार किए गए।
सहकारिता से समृद्धि का विस्तार
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने सहकारिता को गरीब, किसान और गांव के केंद्र में स्थापित किया है। आज 8.5 लाख से अधिक सहकारी संस्थाओं के माध्यम से 31 करोड़ नागरिक इससे जुड़े हैं। देश में धान और गेहूं की खरीद का 20%, उर्वरकों का 35%, चीनी का 30% उत्पादन सहकारिता के माध्यम से होता है, जबकि 20% से अधिक उचित मूल्य की दुकानें भी सहकारी नेटवर्क से संचालित हैं।
चार वर्षों में 61 नीतिगत पहलें, सहकारिता में क्रांति
उन्होंने बताया कि चार वर्षों में सहकारिता मंत्रालय द्वारा 61 नई पहलें की गईं हैं, जिनमें 2 लाख PACS की स्थापना, 40 हजार का निर्माण पूर्ण, कम्प्यूटरीकरण, ऑर्गेनिक खेती, बीज उत्पादन व एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की संस्थाएं शामिल हैं। किसानों को MSP की गारंटी NAFED और NCCF के माध्यम से सुनिश्चित की गई है।
राजस्थान: कृषि का अग्रणी राज्य
श्री शाह ने राजस्थान को ग्वार, सरसों, बाजरा, तिलहन और मिलेट्स जैसे फसलों के उत्पादन में अग्रणी बताते हुए कहा कि यह राज्य कृषि में देश का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में गेहूं की MSP में 73%, चना में 82%, सरसों में 95% और मूंगफली में 82% वृद्धि की है।
ऊंटनी के दूध पर अनुसंधान, श्वेत क्रांति 2.0
श्री शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ऊंटनी के दूध के औषधीय गुणों पर अनुसंधान करवा रहा है, जिससे राजस्थान के ऊंटों की नस्ल को संरक्षित किया जा सके और ऊंट आधारित अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिले।
राजस्थान सरकार के कार्यों की सराहना
राज्य सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पेपर लीक माफिया पर सख्त कार्रवाई, ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35 लाख करोड़ के MOU, एलपीजी पर सब्सिडी, जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल जैसी योजनाएं दर्शाती हैं कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सही दिशा में बढ़ रहा है।
राष्ट्रीय सुरक्षा में निर्णायक नेतृत्व
श्री शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी जी की निर्णायक नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि उरी हमले पर सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा पर एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने संदेश दिया कि सीमा, सेना और नागरिकों के सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा।
गौरवगाथा की भूमि राजस्थान
अपने संबोधन के अंत में श्री शाह ने वीरता और बलिदान की भूमि राजस्थान को राणा सांगा, महाराणा प्रताप, पन्ना धाय और निर्मल सिंह सेखों जैसी विभूतियों का स्मरण करते हुए नमन किया और कहा कि सहकारिता के माध्यम से यह धरती फिर एक बार देश को नेतृत्व देने वाली भूमि बनेगी।
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