मेडिकल स्टूडेंट्स का लंच और सपना दोनों ही अधूरा रह गया, प्लेन क्रैश दे गया कभी न भरने वाला जख्म.
अहमदाबाद में विमान हादसे की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। जिस समय विमान क्रैश होकर बी.जे.मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की इमारत पर गिरा, उस वक्त वहां कई मेडिकल छात्र मेस में खाना खा रहे थे। इनमें से कइयों के मारे जाने की आशंका है।एक घायल छात्र ने कहा कि मेरे साथियों का भोजन और डॉक्टर बनने का सपना अधूरा ही रह गया। हॉस्टल की मेस में खाना खा रहे मेडिकल के छात्रों की आंखों में चिकित्सक बनकर भविष्य में लोगों की जान बचाने का सपना था लेकिन उन्हें नहीं मालूम था कि एक हादसे के बाद उन्हें खुद अपनी जान बचाना मुश्किल हो जाएगा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान का लगभग आधा हिस्सा हॉस्टल की इमारत पर गिरने के बाद जोरदार धमाका हुआ और वहां आग लग गई। उस समय मेस में 150 से 200 छात्र खाना खा रहे थे। एक मेडिकल इंटर्न रोहन बागड़े ने कहा कि वह थोड़ी देर पहले ही मेस से खाना खाकर निकले थे।चिकित्सक केयुर प्रजापति ने बताया कि हॉस्टल में चारों ओर धुआं भर गया। उन्होंने सबसे पहले डॉक्टर क्वार्टर से एक 27 वर्षीय युवती को बाहर निकाला जो जल चुकी थी, लेकिन उसने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
माहौल थाएक अन्य रेजीडेंट डॉक्टर आयुष ने बताया कि मेस में हर तरफ अफरातफरी का माहौल था। उन्होंने कहा कि हादसे में उनके कई जूनियर और मित्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।सरकारी अस्पताल पहुंची रमीला ने बताया कि हादसे के वक्त उनका बेटा खाना खाने के लिए मेडिकल कॉलेज की मेस में था। वह जान बचाने के लिए हॉस्टल की दूसरी मंजिल से नीचे कूद गया, जिससे उसे काफी चोट आई हैं।
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