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शुक्रवार, 30 मई 2025

फाइलेरिया उन्मूलन हेतु जनपद में एक सप्ताह चलेगा नाइट ब्लड सर्वे


लखीमपुर-खीरी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जिले को रोग मुक्त बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इसी के तहत "फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत जिले में 02 जून से 07 जून तक 10 विकास खण्ड में नाइट ब्लड सर्वे का कार्य किया जायेगा। यह जानकारी सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने दी। 

उन्होंने बताया कि फाइलेरिया अभियान के तहत 10 ब्लाकों नकहा के गौरिया भीलम एवं नकहा, रमियाबेहड के बेली एवं रमुआपुर, धौरहरा के हरदी एवं बबुरी, फूलबेहड़ के महेवागंज एवं फूलबेहड़, बेहजम के गौरिया एवं हसनापुर, कुम्भी (गोला) के दतेली एवं अजान, फरधान के रमुआपुर एवं कैमहरा, मोहम्मदी के राजापुर बैनी एव छेदीपुर, पसगवां के पनदेवरी एवं मोइद्दीनपुर एवं पलिया के मोरार खेड़ा एवं इतैया में एन०बी०एस० का कार्य का रात्रि 10 बजे से किया जायेगा इसके लिए प्रत्येक विकास खण्डों के लिए टीम का गठन किया जा चुका है। प्रत्येक टीम में 4 सदस्य होंगे तथा प्रत्येक टीम में एक लैब टेक्नीशियन को रखा गया है। एनबीएस गतिविधि को सफलापूर्वक सपादित करने हेतु 10 ब्लाकों के 20 प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ को 17 मई को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

जिला मलेरिया अधिकारी हरि शंकर ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के सफल संचालन के लिए चयनित ग्रामों के ग्राम प्रधान, आशा, आगनबाडी, कोटेदार एवं गणमान्य व्यक्तियों का सहयोग लिया जायेगा। 10 ब्लाकों के 20 साइटों पर एनबीएस का कार्य होगा जिसमें 20 वर्ष या 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की जांच होगी। प्रत्येक साइट से 300 व्यक्तियों की जांच कर रक्त का नमूना लिया जायेगा। इस प्रकार 10 ब्लाकों से कुल 6000 व्यक्तियों के रक्त का नमूना लिया जायेगा तथा उसकी जांच की जायेगी।

एनबीएस सर्वे की मॉनीटरिंग जनपदीय अधिकारियों एवं जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय के निरीक्षको द्वारा की जायेगी। एनबीएस कार्य में सहयोगी संस्था पाथ-सीएचआरआई की ओर से श्री जुबेर आलम एवं श्री मुन्ना यादव एवं डब्लूएचओ कार्य करेंगे।

फाइलेरिया के लक्षण फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है तथा इसका प्रभाव 5-15 वर्ष के बाद दिखाई देखता है। फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति में बहुत सामान्य लक्षण दिखते है जैसे हाथ पैर में खुजली होना, एलर्जी व त्वचा की समस्या, हाथों में सूजन, पैरों में सूजन होने के कारण पैरों का मोटा होना, पुरुषों के अंडकोष व महिलाओं के स्तन में सूजन आना फाइलेरिया के मुख्य लक्षण है।

फाइलेरिया से बचाव चूंकि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होता है। इससे बचाव के लिए घर के आसपास पानी, कूड़ा व गंदगी जमा न होने दें, घरों के कूलर, गमलों अथवा अन्य चीजों में पानी को न जमा होने दें। सोते समय पूरी बाह के कपडे पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी को भी फाइलेरिया के लक्षण आएं तो वह घबराएं नहीं। विभाग के पास इसका उपचार उपलब्ध है। विभागीय स्तर पर मरीजो का उपचार निःशुल्क किया जाता है, इसलिए लक्षण मिलते ही सीधे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाएं।

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