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बुधवार, 28 मई 2025

कोविड 2019 जानलेवा होता जा रहा कोरोना का नया वैरिएंट

नई दिल्ली दक्षिण एशियाई देशों और चीन आदि से आरम्भ हुआ कोविड का नया वैक्टीरिया भारत में भी तेजी से पांव पसार रहा है। 27 मई तक देश में न सिर्फ़ कोरोना वायरस के 1000 से अधिक मरीज डिटेक्ट हो चुके हैं बल्कि भारत में इसने मंगलवार तक 11 जानें भी ले लीं हैं।बता दें कि दुनिया भर में 2019 में कहर बरपा कर लाखों जानें लेने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर दस्तक दे चुका है। 2025 की शुरुआत में जहां स्थिति शांत लग रही थी, वहीं अब कोविड-19 के एक्टिव केस बढ़कर 1047 हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा फैल रहा है, लेकिन गनीमत है कि अब तक ज्यादा गंभीर लहर नहीं दिख रही है।गौर करने वाली बात यह है कि केरल में सबसे ज्यादा 430 एक्टिव केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 208, दिल्ली में 104, गुजरात में 83 और कर्नाटक में 80 केस सामने आए हैं। उप्र में अब तक 21 मरीज सामने आए हैं। अकेले मंगलवार को ही नोएडा में 6 मरीज मिले। बहरहाल, मौतों के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे है। अब तक 5 मौतें यहीं हुई हैं। पिछले एक हफ्ते में कोरोना के 787 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें 9 मौतें सिर्फ पिछले एक हफ्ते में हुई हैं।इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के महानिदेशक डॉ. राजीव बेहल के मुताबिक भारत में अभी तक कोरोना के 4 नए वैरिएंट पाए गए हैं। ये नये वैरिएंट LF.7, XFG, JN.1,NB.1.8.1 हैं। इनमें सबसे अधिक चिंता JN.1 को लेकर है। ये ओमिक्रॉन के BA.2.86 का स्ट्रेन है जिसे 'पिरोला' भी कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट ऑफ इंस्टेंट कैटेगरी में रखा है। आईसीएमआर और विश्व स्वास्थ्य संगठन दोनों ने कहा है कि फिलहाल स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर बुजुर्ग, पहले से बीमार और कम इम्यूनिटी वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
कोविड मामलों में बढ़ोतरी को लेकर दोनों संगठनों का कहना है कि फिलहाल संक्रमण की गंभीरता सामान्य रूप से हल्की है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। डॉ. बेहल ने बताया कि अब तक मामले पहले दक्षिण भारत से, फिर पश्चिम भारत से, और अब उत्तर भारत से सामने आ रहे हैं। इन सभी मामलों पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा आईसीएमआर की राष्ट्रीय रेस्पिरेटरी वायरस सेंटिनल निगरानी प्रणाली भी नए संक्रमणों और वायरस पर नजर रख रही है।

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