*हाईटेक होगी खेती : एग्रीकल्चर ड्रोन इस्तेमाल से किसानों को फायदा होगा, बढ़ेगा रोजगार
*सीडीओ ने अफसरों की ली बैठक, बनी रणनीति
*कृषि ड्रोन से किसानों की बढ़ेगी दक्षता और पैदावार, लागत में आएगी कमी : सीडीओ
लखीमपुर खीरी 16 दिसंबर। ड्रोन तकनीकी से किसानों को जोड़कर उनकी दक्षता, पैदावार बढ़ाने और लागत में कमी लाने के उद्देश्य से सोमवार को सीडीओ अभिषेक कुमार ने कलेक्ट्रेट में "नमो ड्रोन दीदी योजना" की क्रियान्वयन हेतु अफसरों की बैठक ली।
रणनीति बनाकर काम करने, कृषि क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान बनाने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्रा ने किया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि कृषि ड्रोन खेती के आधुनिक उपकरणों में से एक है, जिसके इस्तेमाल से किसानों को काफी मदद मिल सकती है। ड्रोन से बड़े क्षेत्रफल में महज कुछ मिनटों में नैनो उर्वरक,कीटनाशक या दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है। इससे न सिर्फ लागत में कमी आएगी, बल्कि समय की बचत भी होगी। सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सही समय पर खेतों में पोषक तत्व एवं कीट प्रबंधन किया जा सकेगा। सरकार कृषि क्षेत्र में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा दे रही है, ताकि बेहतर उपज के साथ-साथ किसानों की आय में भी वृद्धि हो। कृषि में इस नवीनतम प्रयोग से किसानों की दक्षता और पैदावार बढ़ेगी। लागत में कमी आएगी।
सीडीओ ने डीसीओ वेद प्रकाश सिंह को निर्देशित किया कि व्यापक स्तर पर जिले के गन्ना किसानों को इस तकनीक के फायदे बताकर इस तकनीकी से किसानों को जोड़े और उन्हें समृद्ध बनाएं। इसमें जिले की चीनी मिलों को लक्ष्य देकर उनका अपेक्षित सहयोग प्राप्त करें। इफको के फील्ड ऑफिसर को निर्देशित किया कि कृषि ड्रोन तकनीकी का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार सुनिश्चित कराए। डीसी एनआरएलएम को समूह की महिलाओं को इससे जोड़कर उनके जीवन को समृद्ध और खुशहाल बनाएं।
डीडी कृषि ने कहा कि ड्रोन तकनीक से नैनो उर्वरकों और कीटनाशकों के सटीक अनुप्रयोग को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती है, जिससे पारंपरिक कृषि पद्धतियों में बदलाव आता है। उन्नत जीपीएस और सेंसर तकनीक से लैस, ड्रोन को खेतों में सटीक उड़ान पथों का पालन करने, समान और लक्षित अनुप्रयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है । यह परिशुद्ध रसायनों के अत्यधिक उपयोग को कम करती है, पर्यावरणीय दुष्प्रभाव को कम करती है और किसानों के लिए कृषि की लागत कम करती है। बैठक में डीडीओ अरविंद कुमार, डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्र, एआरसीएस रजनीश कुमार सिंह, एलडीएम अजय कुमार पाण्डेय, डीएचओ मृत्युंजय कुमार और इफको से प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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