प्रयागराज श्री मज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज ने अपने आशीर्वाद में कहा कि आज सनातन धर्म को धर्म, जाति एवं क्षेत्र के आधार पर बांटकर सनातन धर्म को कमजोर करने की प्रयास किया जा रहा है जिसके विरूद्ध गम्भीर प्रयास करना होगा। पूज्य स्वामी जी ने कहा कि धर्मशास्त्र में परिभाषित न्याय और न्यायालय के संविधान सम्मत न्याय का पालन करना चाहिए। सनातन धर्म का यही मूल आधार है। श्रीब्रह्मनिवास अलोपीबाग स्थित भगवान शंकराचार्य मंदिर में पूज्य पीठोद्धारक श्रीज्योतिष्पीठ शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मलीन ब्रह्मानंद सरस्वती जी महाराज की 150वीं एवं श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरुशंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी शान्तानंद सरस्वती जी महाराज 100वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित दिव्य एवं भव्य आराधना महोत्सव में पूज्य श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज नेआज श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी विष्णुदेवानंद जयन्ती के अवसर पर कहा कि किसी भी धार्मिक विचारधारा का संचालन उस धर्म के संस्थापक आचार्य द्वारा स्थापित प्रचारित विधि-विचार व परम्परा के अनुसार ही चलती है। इसी विधान से ही भगवान आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित श्रीमज्ज्योतिष्पीठ का 165 वर्षों की बाधा के बाद पीठोद्धारक स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी महाराज ने पुनः वैदिक सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार किया उनकी वसीयत में नामित होने के आधार पर पीठासीन श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीवर जगद्गुरू शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी जी की जयंती गुरू परम्परा की कड़ी में बहुत महत्वपूर्ण है। आज उनकी जयंती है। आज गीता जयंती के अवसर पर गीता का सार व उसके द्वारा स्थापित जीवन मूल्यों की चर्चा की गई। कल पूर्वान्ह 11 बजे त्रिवेणी बांध स्थित श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरुशंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी शान्तानंद सरस्वती जी द्वारा स्थापित श्री राम-जानकी मन्दिर का पाटोत्सव पूजन कार्यक्रम होगा। कथावाचक व्यास पूज्य आचार्य श्री जितेन्द्रनाथ महाराज, श्रीनाथ पीठ, श्री देवनाथमथ, सुर्जी अंजनगांव, अंजनी ग्राम, जिला अमरावती ने मधुर संगीतमय अध्यात्म की पवित्र धारा प्रवाह करते हुए बावन अवतार कथा का विस्तृत रोचक वर्णन किया। उनकी सरस मधुर वाणी से कथा सुनकर मंत्रमुग्ध हुए हजारों महिला व पुरूष भक्तों ने कथा का रसपान किया। कल त्रिवेणी बांध श्री राम-जानकी मन्दिर पाटोत्सव कार्यक्रम में भगवान राम, सीता माता, लक्ष्मण जी एवं हनुमान जी आदि की मूर्तियों पर पूजन और माल्यार्पण का कार्य पूज्य जगद्गुरू शंकरचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के करकमलों द्वारा सम्पन्न होगा।प्रमुख रूप से कथा में मुख्य रूप से दण्डी स्वामी विनोदानंद सरस्वती, दण्डी स्वामी शंकरानंद सरस्वती, दण्डी स्वामी शिवानंद, माता कल्याणी देवी मन्दिर पीठाधीश्वर आचार्य पं0 सुशील पाठक, ब्रह्मचारी आत्मानंद जी, आचार्य शिवार्चन उपाध्याय शास्त्री जी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, आचार्य अभिषेक मिश्रा, आचार्य विपिन शास्त्री, आचार्य मनीष जी, वेद प्रकाश शर्मा, राम अधार शर्मा, दिनेश शर्मा, राजेश राय, सीताराम शर्मा, जशोदानंदन तिवारी, ब्रह्मचारी जितेन्द्र जी, आचार्य रोहित, संतोष तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सोमवार, 5 दिसंबर 2022
Home
/
धार्मिक
/
धर्म न्याय और न्याय धर्म का पालन करके ही सनातन धर्म की रक्षा हो सकती है - जगद्गुरु शंकराचार्य
धर्म न्याय और न्याय धर्म का पालन करके ही सनातन धर्म की रक्षा हो सकती है - जगद्गुरु शंकराचार्य

About दैनिक जनजागरण न्यूज
दैनिक जनजागरण यह एक ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल है, दैनिक जनजागरण पोर्टल के माध्यम से आप सभी प्रकार की खबरें अपने फ़ोन स्क्रीन पर आसानी से पढ़ सकते हैं, लाइव ब्रेकिंग न्यूज़, नेशनल, इन्टरनेशनल न्यूज़, स्पोर्ट्स , क्राइम, पॉलिटिक्स इत्यादि खबरें रोजाना प्राप्त करें..जुडे रहें दैनिक जनजागरण के साथ अपडेटेड रहे सभी प्रकार के ख़बरों से।
धार्मिक
Tags:
धार्मिक
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments