प्रयागराज श्रमिकों के बच्चों तक शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या धन योजना ने श्रमिको के बच्चो को शिक्षा के अधिकार से जोड़ने में अहम् कामयाबी हासिल की है | प्रदेश में इसके लिए 20 जिलों का चयन किया था जिसमे प्रयागराज भी शामिल था | प्रयागराज जिले ने इसके अपने दिए गए लक्ष्य को सौ फीसदी हासिल कर लिया है |
राज्य के श्रम विभाग की तरफ से लागू की गई मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या धन योजना में प्रयागराज ने बड़ी कामयाबी हासिल की है | प्रयागराज के उप श्रमायुक्त राजेश मिश्रा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ वर्ष 2021-22 में जनपद में इस योजना के तहत 100 बच्चों को आवर्त करने का लक्ष्य मिला था जिसे सौ फीसदी पूरा कर लिया गया है | इसके लिए शासन की तरफ से 1 लाख 25 हजार का बजट आबंटित हुआ था जिसे लाभार्थियों तक निस्तारित कर दिया गया है | पिछले साल इस योजना में 48 बच्चो का लक्ष्य मिला था जबकि इस बार 100 बच्चो का लक्ष्य था | योजना में बच्चो का दायरा बढाने के लिए भी स्थानीय स्तर से शासन को लिखा गया है |उत्तर प्रदेश में धन के अभाव में श्रमिक के बच्चे या अनाथ बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित न रह जाय इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या धन योजना की शुरुआत की है | इसमें अनाथ और श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत राज्य के इस वर्ग के बालकों को 1000 रूपये प्रतिमाह और बालिकाओ को 1200 रूपये प्रतिमाह दिए जाते है। साथ ही साथ कक्षा 8, 9 और 10वीं पास करने वाले छात्रो और छात्राओं को अलग से भी 6000-6000 रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है ।मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ 8 साल से लेकर 18 साल की उम्र तक के बच्चों, किशोरों और युवाओं को प्राप्त होता है । मजदूरों के बच्चों की पहचान का कार्य श्रम विभाग को दिया गया है। योजना के तहत उत्तर प्रदेश के श्रम विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग से सर्वेक्षण तथा निरीक्षण के बाद बच्चों को चिन्हित किया जाता है । योजना का लाभ उन्ही बच्चो को दिया जाता है जिनकी स्कूल में पूरे साल उपस्थिति 70 फीसदी हो । इस योजना का लाभ श्रमिक परिवार के बच्चे उठा सकते हैं | इसके अलावा इस योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा, जिनकी माता नहीं है, या पिता नहीं हैं। या दोनों नहीं है अर्थात वह अनाथ हैं। साथ ही उन बच्चों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा, जिनके माता- पिता किसी भयंकर बीमारी से पीड़ित हैं । उन बच्चो को भी इसका लाभ मिलता है जिन बच्चों के माता पिता की आय का कोई स्रोत नहीं है।
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