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शुक्रवार, 7 नवंबर 2025

Lmp. सीमांत गांवों में विकास की नई किरण, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल पर सौर ऊर्जा क्रांति का शुभारंभ!

लखीमपुर खीरी, 07 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के सीमांत और वनांचल क्षेत्रों की झोपड़ियों में अब अंधकार नहीं, सौर ऊर्जा की सुनहरी रोशनी फैलने जा रही है। यह सिर्फ बिजली का विस्तार नहीं, बल्कि विकास की नई भोर का संकेत है।

जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल की दूरदृष्टि और नवोन्मेषी सोच ने एक नई पहल को जन्म दिया है। उनकी प्रेरणा से टाटा पावर और टाटा कैपिटल की Transform Rural India Foundation की सीनियर मैनेजमेंट टीम शुक्रवार को लखीमपुर पहुंची। डीएम से मुलाकात में टीम ने जनपद के सीमांत और वनवासी क्षेत्रों में माइक्रो ग्रिड इंस्टॉलेशन के माध्यम से सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की।

डीएम ने बताया कि नेपाल सीमा से सटे थारू जनजाति बाहुल्य गांव  सुरमा और कीरतपुर  में सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित करने की योजना तैयार की जा रही है। उनका कहना था कि सीमांत गांवों को उजाले से जोड़ना सिर्फ बिजली पहुंचाना नहीं, बल्कि उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाना है।

उनके निर्देश पर टीम ने सुरमा और कीरतपुर गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर संभावित सोलर साइट्स का आकलन किया। साथ ही डीएम ने चौगुर्जी गांव को भी प्रस्तावित स्थानों में शामिल करने का सुझाव देते हुए कहा कि प्राथमिकता उन गांवों को दी जाए जहां अधिकतम परिवार लाभान्वित हो सकें।

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह ग्रामीण जीवन में आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रकाश फैलाने का माध्यम भी बनेगी। यह कदम सीमांत गांवों में “अंधेरे से उजाले, और आशा से आत्मनिर्भरता” की यात्रा को नई दिशा देगा।

जिले के वनांचल और सीमांत क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के इस नव अध्याय से यह विश्वास मजबूत हुआ है कि जहां तक सूरज की किरण पहुंचेगी, वहां तक विकास का उजाला भी साथ होगा।

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