17वां जनजातीय युवा विनिमय कार्यक्रम का पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में भव्य उद्घाटन
छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों से आए 200 जनजातीय युवाओं की सहभागिता
17वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2 से 8 नवम्बर तक चंडीगढ़ में
चंडीगढ़, 2 नवम्बर 2025: भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अधीन माई भारत द्वारा, गृह मंत्रालय के सहयोग से तथा पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के युवा कल्याण विभाग के आतिथ्य में आयोजित 17वें जनजातीय युवा विनिमय कार्यक्रम का आज पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में भव्य उद्घाटन हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री एच. राजेश प्रसाद, आईएएस, मुख्य सचिव, चंडीगढ़ प्रशासन थे, जिन्होंने एक सप्ताह तक चलने वाले इस विशेष आयोजन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सुश्री प्रेरणा पुरी, आईएएस, सचिव (खेल), चंडीगढ़ प्रशासन तथा प्रो. (डा.) रेनू विग, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
यह बहुआयामी कार्यक्रम 2 से 8 नवम्बर, 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों से आए 200 जनजातीय युवा तथा सीआरपीएफ, आईटीबीपी और बीएसएफ के 20 एस्कॉर्ट अधिकारी भाग ले रहे हैं।
इस अवधि के दौरान प्रतिभागी युवा चंडीगढ़ के विकास मॉडल, डिजिटलीकरण, प्रशासनिक व्यवस्था, शैक्षणिक संस्थानों, पर्यटन, संस्कृति, कला, खानपान और जीवनशैली के विभिन्न पहलुओं को नजदीक से समझेंगे। साथ ही, वे अपने-अपने राज्यों की संस्कृति, परंपराओं, कला और विकास कार्यों की झलक भी साझा करेंगे।
मुख्य अतिथि श्री एच. राजेश प्रसाद ने अपने उद्घाटन संबोधन में शिक्षा, अनुभव और कौशल विकास के माध्यम से जनजातीय युवाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि – “जनजातीय युवाओं का सशक्तिकरण ही ‘विकसित भारत @2047’ के लक्ष्य को साकार करने की कुंजी है। शिक्षा और अवसरों के माध्यम से ही युवा राष्ट्र निर्माण की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं।”
उन्होंने माई भारत की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच देश के विभिन्न हिस्सों के युवाओं को जोड़ने और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को सशक्त रूप से बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहा है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री विनय कुमार, जिला युवा अधिकारी, माई भारत, चंडीगढ़ ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया, जबकि श्री परमजीत सिंह, राज्य निदेशक, माई भारत, पंजाब एवं चंडीगढ़ ने सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
अंत में, डा. सुखजिंदर ऋषि, निदेशक, युवा कल्याण विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर श्री सौरभ कुमार अरोड़ा, पीसीएस, निदेशक (खेल), चंडीगढ़ प्रशासन सहित अन्य गणमान्य अधिकारी एवं शिक्षाविद उपस्थित रहे।
यह जनजातीय युवा विनिमय कार्यक्रम वास्तव में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल की भावना को具मूर्त रूप देने वाला आयोजन है, जो देश के विविध क्षेत्रों के युवाओं के बीच परस्पर समझ, एकता और सांस्कृतिक समरसता को सुदृढ़ करता है।
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