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मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

प्रयागराज में छठ महापर्व की अद्भुत छटा, घाटों पर दिखा आस्था का अपार सैलाब

प्रयागराज में छठ महापर्व की अद्भुत छटा, घाटों पर दिखा आस्था का अपार सैलाब

प्रयागराज। लोक आस्था के महापर्व छठ पर अरेल यमुना घाट श्रद्धा, भक्ति और संयम की दिव्य आभा में स्नान करता नजर आया। हजारों श्रद्धालु परिवारों संग घाट पर पहुंचे, जहां अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हुए वातावरण “छठ मइया के जयकारों” से गूंज उठा।
नदी की स्वच्छ लहरों में झिलमिलाते दीपों का प्रतिबिंब जैसे सूर्यदेव के चरणों में समर्पण का प्रतीक बन गया था। चार दिन के इस कठोर व्रत में व्रतधारिणी माताओं की निष्ठा, तपस्या और संयम ने पूरे वातावरण को पवित्र बना दिया। फल, ठेकुआ, नारियल और प्रसाद से सजे सुपले इस पर्व की भव्यता को और भी बढ़ा रहे थे। सांध्य बेला में जब सूर्यदेव अस्ताचल की ओर अग्रसर हुए, तब घाट पर उपस्थित हर व्यक्ति का मन मानो उसी डूबते सूर्य में अपनी श्रद्धा की रोशनी विलीन कर रहा था। छठ गीतों की मधुर स्वर लहरियां, बच्चों की हंसी और दीपों की पंक्तियों ने यमुना तट को जीवंत मंदिर का रूप दे दिया। छठ केवल पूजा नहीं, यह प्रकृति, नारी शक्ति और आत्मसंयम की आराधना है। यह पर्व हमें सिखाता है कि जब मन, वचन और कर्म शुद्ध हो जाएं तब हर प्रार्थना साकार हो जाती है।

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