🔘 भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के नियंत्रक संचार लेखा पंजाब ने मनाई रजत जयंती
चंडीगढ़, 25 अक्तूबर 2025। भारत सरकार के संचार मंत्रालय, दूरसंचार विभाग के चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय, नियंत्रक संचार लेखा (सीसीए), पंजाब ने अपनी रजत जयंती धूमधाम से मनाई। यह आयोजन विभाग की 25 वर्षों की समर्पित सेवा और संस्थागत उत्कृष्टता का प्रतीक बनकर उभरा।
समारोह की मुख्य अतिथि महानियंत्रक संचार लेखा (सीजीसीए) वंदना गुप्ता थीं, जिन्होंने अपने उद्घाटन संबोधन में कार्यालय की स्थापना वर्ष 2000 से लेकर आज तक की उपलब्धियों का परिचय देते हुए विभाग की नवाचार, पारदर्शिता और सेवा उत्कृष्टता की यात्रा को सराहा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही पेंशन वितरण को और अधिक सुगम और प्रभावी बनाने के लिए “सम्पन्न 2” आरंभ किया जाएगा, जो पहले लॉन्च हुए सॉफ़्टवेयर “सम्पन्न” की तुलना में और अधिक दक्ष और पारदर्शी प्रणाली प्रदान करेगा। कार्यक्रम में भारत सरकार के चंडीगढ़ स्थित कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी, अतिरिक्त महानिदेशक (दूरसंचार विभाग), बीएसएनएल पंजाब परिमंडल, पेंशनभोगी एवं पारिवारिक पेंशनभोगी, दूरसंचार और इंटरनेट सेवा प्रदाता उपस्थित रहे। नियंत्रक संचार लेखा, पंजाब, विजेंद्र नारायण टंडन ने सभी गणमान्य अतिथियों और पेंशनभोगियों का स्वागत करते हुए समारोह का शुभारंभ किया। मुख्य महाप्रबंधक दूरसंचार अजय कुमार करारहा ने विभागीय एकजुटता और सीसीए पंजाब की निरंतर प्रगति की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्यालय नई ऊँचाइयों को प्राप्त करने में लगातार अग्रसर है। रजत जयंती समारोह में राज्य के विभिन्न पेंशनभोगी संघों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही पिछले 25 वर्षों की उपलब्धियों, प्रेरक कहानियों और यादगार क्षणों को प्रदर्शित करती वीडियो प्रस्तुति ने उपस्थित जनों को भावविभोर कर दिया। पेंशनभोगियों के लिए कल्याणकारी स्टॉल भी लगाए गए, जिनमें जीवन प्रमाण पत्र जमा करना, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, साइबर जागरूकता, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस, माई स्टैम्प और लिवासा अस्पताल द्वारा जानकारी और सेवाएं प्रदान की गईं। इसके अतिरिक्त, यू.टी. चंडीगढ़ के वन विभाग के सहयोग से प्रधानमंत्री के संदेश “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत पेंशनभोगियों को पौधे वितरित किए गए। समारोह का समापन संयुक्त नियंत्रक संचार लेखा डॉ. मंदीप सिंह द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया और समारोह को सफल बनाने में उनके योगदान की सराहना की। इस प्रकार, सीसीए पंजाब की रजत जयंती केवल 25 वर्षों की उपलब्धियों का जश्न नहीं, बल्कि उत्कृष्टता, सेवा और नवाचार की प्रेरक कहानी बनकर उभरी।
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