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शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025

प्रयागराज में 'एक कदम गांधी के साथ' पदयात्रा

प्रयागराज महात्मा गांधी के विचारों और मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से वाराणसी के राजघाट से दिल्ली के राजघाट तक निकली 'एक कदम गांधी के साथ' पदयात्रा आज प्रयागराज शहर में प्रवेश कर गई है। यह पदयात्रा सद्भावना, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संदेश लेकर आगे बढ़ रही है।
पदयात्रियों का कारवाँ, जो 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन वाराणसी से आरंभ हुआ था, बुधवार शाम अलोपी बाग स्थित सरदार पटेल सेवा संस्थान में ठहराव के बाद, आज सुबह शहर के लिए रवाना हुआ।ऐतिहासिक मार्ग से शहर में गूँजा गांधी का विचार आज पदयात्रा ने प्रयागराज के कई ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण स्थानों से होकर अपनी यात्रा जारी रखी, जहाँ स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और इस अभियान में अपनी भागीदारी दिखाई।यात्रा का आज का चरण अलोपी बाग से शुरू हुआ, जिसके बाद पदयात्री शहर के हृदय, चौक पहुँचे। चौक पर स्थित नीम के पेड़ के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, जहाँ गांधीवादी कार्यकर्ताओं ने लोगों से लोकतंत्र और संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराने का आह्वान किया।चौक से यह कारवाँ आगे बढ़ते हुए खुल्दाबाद स्टेशन क्षेत्र से गुजरा, जहाँ बड़ी संख्या में छात्र और युवा इस यात्रा में शामिल हुए।इसके बाद, पदयात्रा खुसरो बाग की ऐतिहासिक दीवारों के समानांतर चलती रही, जिसने इस पूरे मार्ग को एक प्रेरणादायक रूप दिया।दिन के अंत में, पदयात्रियों ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के सामने से गुज़र कर अपने संदेश को और पुख्ता किया। हाई कोर्ट के पास की मौजूदगी ने पदयात्रा के मुख्य उद्देश्य, यानी संविधान और न्याय की रक्षा, पर ज़ोर दिया।
इस यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं और नागरिकों का उद्देश्य केवल महात्मा गांधी की स्मृति को जीवित रखना नहीं, बल्कि देश में लोकतंत्र और भारतीय संविधान की सुरक्षा के लिए एक व्यापक जन-जागरण पैदा करना है। यह 1000 किलोमीटर लंबी यात्रा 26 नवम्बर (संविधान दिवस) को दिल्ली में समाप्त होगी।
'एक कदम गांधी के साथ' अभियान लगातार देश की जनता को अपनी आज़ादी और संवैधानिक ढांचे की बुनियादी संरचना को बचाने के लिए जागरूक और संगठित होने का संदेश दे रहा है।पद यात्रियों के स्वागत में इलाहाबाद शहर से विनय सिन्हा, अनुग्रह नारायण सिंह, सुभाष चंद्र पांडे, एडवोकेट प्रमोद सिंह, एडवोकेट के के राय, एडवोकेट रविंद्र सिंह, इरशाद उल्ला, असरार नियाजी, प्रदीप मिश्रा, अविनाश मिश्रा, पद्मा सिंह, ऋशेश्वर उपाध्याय, विजय चितौरी, शंकर लाल साहू, आदि लोग मौजूद रहे

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