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सोमवार, 1 सितंबर 2025

Lmp. साहित्य साधक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान द्वारा साहित्यकार श्याम किशोर बेचैन सम्मानित

🔘 साहित्य साधक सामाजिक एवं सांस्कृतिक  संस्थान लखीमपुर खीरी जिला इकाई द्वारा लखीमपुर के साहित्यकार श्याम किशोर बेचैन सम्मानित 

साहित्य साधक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान लखीमपुर खीरी की अगस्त माह की मासिक काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन जिला अध्यक्षा डा० स्वाति पाण्डेय प्रीत के निवास ७२, काशी नगर लखीमपुर खीरी में ३१ अगस्त को धूमधाम से सम्पन्न हुई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार राजेंद्र तिवारी "कंटक" जी ने की। संस्था द्वारा दिया जाने वाला मासिक सम्मान ( "साहित्य साधक अर्श सम्मान" ) लखीमपुर के वरिष्ठ साहित्यकार श्याम किशोर "बेचैन" को प्रदान किया गया।
 सभी मंचस्थ मनीषियों सहित डाॅ० स्वाति पाण्डेय "प्रीत", अनिल अमल, संजीव मिश्रा व्योम, कमलेश धुरंधर आदि ने दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती पूजन किया। उसके उपरांत कविवर मोहन अवस्थी द्वारा की गई वाणी वंदना के सुमधुर वाचन के साथ कवि विजय शुक्ला बादल के कुशल संचालन में काव्य पाठ  शुभारंभ हुआ। 
        कवि श्याम किशोर "बेचैन" ने पढ़ा- "एक तरफ मां भूखी प्यासी एक तरफ जगराते हैं ,सबके प्रति इंसाफ की बातें ,बातें केवल बातें हैँ ।" राजेंद्र तिवारी कंटक ने शानदार गीत पढ़ा- "कहर ही हैं लकीरें मेरे हाथ की ,शुभ शगुन हैं ये पहली मुलाक़ात का"।  कमलेश धुरंधर  ने पढ़ा-'कुछ शहर में हैं कुछ गांव में हैं ,यहां सब अपने दांव में हैं'।ओज कवि अनिल अमल ने कहा- शस्त्र उठाओ हाथों में, खुद को वनवासी राम करो,जय काली कलकत्ते वाली कहो और संग्राम करो"।  संजीव मिश्र व्योम ने चंद्र पर व्यंग और अपने गीत से सबको आनंदित कर दिया"।  डॉ स्वाति पांडेय "प्रीत" ने हास्य  के माध्यम से चेताया- "घरवाली के खौफ से थर-थर कांपे देह, तभी पड़ोसन से पिया, जता न पाते नेह।, मयंक मोहन दीक्षित बोले- जब से बृषभानु की प्यारी लगी, वृदावन रास रचाने लगी"। गोष्ठी मे प्रथम बार आये वेद प्रकाश वर्मा ने पढा- कैसी अज़ब निराली दुनिया कोई हंस्ता कोई रोता।" गीतांजलि जायसवाल ने चुपके चुपके से निगहबान किए जाते हो पढा। अनुज अनुराग पटेल ने कहा- याद हम आएंगे सताएंगे"। विजय बादल ने पढ़ा- "जगत को आस देती, मुझे भी आस दो राधा"। संदीप मोहन ने पढा- मोहन मोहन है कहती वह मोहन से मुहं मोड़ रही।  इसके अतिरिक्त गोष्ठी मे आए अनंय कवियों ने अपने गीत गजल छंद एवं मुक्तकों से सबको भाव विभोर कर दिया। अंत मे राजेन्द्र तिवारी कंटक ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी की भूरि भूरि  प्रशंसा की। कार्यक्रम मे डॉ  रघुनन्दन झा, अक्षरा पांडेय, राम टहल वर्मा, नरेश वर्मा, अजित श्रीवास्तव, अमित पाण्डेय, मधु गुप्ता आदि अनन्य श्रोता भी उपस्थित रहे। संस्था की ओर से जिला अध्यक्षा डा० स्वाति पाण्डेय प्रीत ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उक्त जानकारी डॉ स्वाति पांडेय "प्रीत" जिला अध्यक्षा लखीमपुर खीरी एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, साहित्य साधक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान ने एक विज्ञप्ति में दी।

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