नोनहरा पुलिस के विरोध में डीएम को पत्रक देने के दूसरे दिन भी पुलिस ने छात्रनेता को किया नजरबंद, छात्रनेता ने लगाया आरोप
गाजीपुर नोनहरा थाने में हुई घटना में जोखू की मौत के बाद छात्रनेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने की बात कही थी। ऐसे में पुलिस ने छात्रनेता दीपक उपाध्याय सहित अन्य कई छात्रों को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया था। इसके बावजूद बहुत से छात्रनेता डीएम कार्यालय पहुंच गए थे। लेकिन अब उक्त कार्यक्रम बीतने के बावजूद दूसरे दिन भी पुलिस ने छात्रनेता दीपक उपाध्याय को उनके घर में नजरबंद करके रखा। जिसके बाद छात्रनेताओं ने पुलिस की इस कार्यशैली पर आक्रोश जताया। अपनी नजरबंदी पर दीपक उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर प्रशासन ने मुझे नजरबंद कर लोकतंत्र का अपमान कियाहै। कहा कि गाजीपुर में लोकतंत्र पर हमला लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि कल जिला प्रशासन को छात्रनेताओं ने सफलतापूर्वक पत्रक दे दिया। लेकिन प्रशासन की बौखलाहट नहीं रूक रही है। छात्रनेता दीपक उपाध्याय ने इस कार्रवाई को अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले पर जान बूझकर परेशान करने की साजिश बताया है। कहा कि पुलिस ने मनगढ़ंत ढंग से मुझे घर पर नजरबंद कर दिया है, ताकि मैं बाहर न जा सकूं और नोनहरा पुलिस लाठीचार्ज में मारे गए जोखू के लिए न्याय की लड़ाई न लड़ सकूं। कहा कि पुलिस और प्रशासन मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। कहा कि मेरा हौसला तोड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूँ। मैं अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।
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