🔘 निपुण भारत मिशन, डीबीटी योजना, मध्यान्ह भोजन एवं नैट परीक्षा में खीरी की हुई उत्तरोतर प्रगति
लखीमपुर-खीरी, दिनांक 1 सितंबर 2025, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवोन्मेषी एवं दूरगामी प्रयासों ने जनपद-खीरी की परिषदीय शिक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है। समग्र शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाएँ आज जनपद के विद्यालयों में गुणवत्ता, पारदर्शिता और विश्वास की नई धारा प्रवाहित कर रही है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि जनपद खीरी में जिला टास्क फोर्स, ब्लॉक टास्क फोर्स, खंड शिक्षा अधिकारियों के सतत निरीक्षण, डायट मेटर, एसआरजी, एआरपी के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण तथा शिक्षक संकुलों, प्रधानाचार्य एवं शिक्षक स्टाफ के सहयोगात्मक प्रयासों से विद्यालयों का शैक्षिक एवं भौतिक परिवेश दिन-प्रतिदिन सुदृढ हो रहा है।
*निपुण भारत मिशन- आधारभूत साक्षरता एवं संख्याज्ञान में क्रांति
निपुण भारत मिशन जनपद-खीरी में शिक्षा सुधार की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध हुआ है। कक्षा 1 से 3 के नौनिहालों को भाषा एवं मणित में दक्ष बनाने हेतु नवीनतम शिक्षण अधिगम गतिविधियाँ सतत संचालित की जा रही है। दहशता-आधारित प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक अब विद्यार्थियों को इस प्रकार शिक्षित कर रहे हैं कि अधिकांश बच्चे सहजता से पढ़ना, लिखना तथा जोड़-घटाना सीख रहे हैं।
यह उपलब्धि न केवल शिक्षा स्तर को सुदृढ़ कर रही है, बल्कि अभिभावकों के मन में परिषदीय विद्यालयों के प्रति विश्वास को और गहरा बना रही है। सभी परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस का सुसंगठित निर्माण जनपद-खीरी की शिक्षा व्यवत्था में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में सामने आया है। इन स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से अध्यापन अब केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित न रहकर ऑडियो-वीडियो आधारित सामग्री, डिजिटल कंटेंट तथा प्रोजेक्टर और स्क्रीन जैसी अत्याधुनिक तकनीक से संपन्न हो गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि बच्चों की जिज्ञासा, कल्पनाशक्ति और समझने की क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
शिक्षकों की योग्यता एवं दक्षता को और अधिक परिष्कृत करने हेतु एफएलएन (Foundational Literacy and Numeracy) तथा अन्य विविध प्रशिक्षण कार्यक्रमों का नियमित रूप से आयोजन किया जा रहा है। इन प्रशिक्षणों ने शिक्षण की पद्धतियों में सकारात्मक परिवर्तन लाकर अध्यापकों को आधुनिक समय की आवश्यकताओं के अनुरूप सक्षम और दक्ष बनाया है। साथ ही, विद्यालयों में विविध टीचिग-लर्निंग मटेरियल (TLM) के उपयोग तथा सृजनात्मक, आकर्षक और प्रेरणादायक कक्षा-कक्ष वातावरण ने बच्चों की सीखने की अभिरुचि को प्रथल किया है। परिणामस्वरूप विद्यार्थी अब केवल ज्ञान अर्जित ही नहीं कर रहे बल्कि आत्मविश्वासपूर्वक अपनी अभिव्यक्ति, तर्क क्षमता और समस्या समाधान कौशल का भी विकास कर रहे हैं। इन समन्धित प्रयासों से जनपद-खीरी की शिक्षा व्यवस्था न केवल तकनीकी रूप से समृद्ध हो रही है, बल्कि प्रत्येक बालक-बालिका के सर्वांगीण विकास की दिशा में निरंतर अग्रसर है।
*नैट परीक्षा गुणवत्ता आकलन का प्रभावी प्रयास*
सत्र 2024-25 में जनपद के 3106 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं संविलियन विद्यालयों तथा 16 केजीबीवी विद्यालयों में कक्षा 4 से 8 के छात्र-छात्राओं का शैक्षिक गुणवत्ता आकलन हेतु नैट परीक्षा का सफल आयोजन हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि कक्षा 1 से 3 तक कुल नामांकित 1,50.325 बच्चों में से 1,49,259 95.48 प्रतिशत) बच्चों ने परीक्षा दी। क्या 4 से 8 तक कुल 306.587 नामांकित बच्चों में से लगभग 97:00 प्रतिशत बच्यों ने प्रतिभाग किया। नेट परीक्षा का उद्देश्य बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता का वास्तविक आकलन कर निपुणकी प्रापि सुनिश्चित करना है। इस सत्र में जनपद की प्रदेश स्तर पर 20 वीं रैंकिंग आई, जो शिक्षा सुधार की दिशा ने एक प्रलेखनीय उपलब्धि है।
*विद्यालयों का आकलन डी.एल.एड प्रशिक्षुओं के माध्यम से दो चरणों में सम्पन्न हुआ
प्रथम चरण (दिसंबर 2024) 146 विद्यालय एवं द्वितीय चरण (फरवरी 2025) 741 विद्यालय निपुण भारत मिशन के अंतर्गत जनपद-खीरी के 887 विद्यालय निपुण विधालय घोषित किए गए। इस अवसर पर जिला औद्योगिक संस्थान (आईटीआई) परिसर में भव्य निपुण सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रधानाध्यापकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
*डीबीटी योजना
डीबीटी Direct Benefit Transfer योजना के माध्यम से परीषदीय विद्यालयों के बच्चों को यूनिफॉर्म, जूते-मोजे, बैग, स्टेशनरी एवं स्वेटर हेतु धनराशि सीधे विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती है। इससे बच्चों की शैक्षिक सामग्री समय पर एवं पारदर्शी प्रक्रिया से प्राप्त हो रही है। जनपद-खीरी ने डीबीटी योजना में भी उत्कृष्ट कार्य कर सत्र 2021-22, 22-23 व 23-24 में प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार स्कूल चलो अभियान 2023-24 में छात्र-छात्राओं के नामांकन में भी जनपद ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया, जो जनपद की शिक्षा-जागरूकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
*मध्यान्ह भोजन योजना शिक्षा के साथ पोषण भी
विद्यालयों में सबालित मध्यान्ह भोजन योजना बच्चों के लिए केवल भोजन ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और पोषण का सशक्त साधन बन गई है। प्रतिदिन परोसा जाने वाला पौष्टिक भोजन बच्चों में ऊर्जा, उत्साह और निरंतरता बनाए रखता है। इस योजना से कुपोषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में उत्तरोत्तर वृद्धि हुयी है। विद्यालयों में माह अगस्त 2025 में प्रेरणा पोर्टल पर छात्र-छात्राओं की औसत उपस्थिति 80.21 प्रतिशत है
🔘 शिक्षा यात्रा का स्वर्णिम अध्याय
निपुण भारत मिशन, डीबीटी योजना, नेट परीक्षा और मध्यान्ह भोजन जैसी योजनाओं ने जनपद-खीरी को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टया का आदर्श प्रस्तुत करने योग्य बना दिया है और प्रदेश में जनपद अग्रणी रैंक में है। आज जनपद-खीरी के परिषदीय विद्यालय केवल ज्ञान के मंदिर नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास, प्रतिस्पर्धा और छात्र-छात्राओं सर्वांगीण विकास के सशक्त केंद्र बन चुके हैं।
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