Breaking

मंगलवार, 12 अगस्त 2025

Lmp. श्री चित्रगुप्त कायस्थ धर्मशाला में योग साधना से गूंजा स्वास्थ्य और आत्मबल का संदेश

🔘 श्री चित्रगुप्त कायस्थ धर्मशाला में योग साधना से प्रस्फुटित हुईं स्वास्थ्य की किरणें

लखीमपुर। भारतीय योग संस्थान के श्री चित्रगुप्तपुरम स्थित श्री चित्रगुप्त कायस्थ धर्मशाला में आज का प्रभात एक अद्भुत आध्यात्मिक आभा से सरोबार रहा। नियमित निःशुल्क योग साधना केंद्र में एकत्र हुए योग साधक और साधिकाओं ने, प्रशिक्षक राज नारायण वर्मा के मार्गदर्शन में, शरीर-मन-चेतना को जागृत करने वाली योग क्रियाओं का अभ्यास किया।

लगभग एक घंटे चले इस सत्र में विभिन्न आसनों और प्राणायाम की लयबद्ध साधना ने वातावरण को शांति और ऊर्जा से भर दिया। आसन, प्राणायाम,व ध्यान, शांति पाठ किया गया। इस दौरान भारतीय योग संस्थान के क्षेत्रीय प्रधान शशिकांत श्रीवास्तव ने समझाया कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मअनुशासन, मानसिक संतुलन और सकारात्मक विचारों का माध्यम है। योग साधकों के ललाट पर चमकती पसीने की बूँदें, उनकी तपस्या और समर्पण की कहानी कह रही थीं। यह योगाभ्यास न केवल शारीरिक बल प्रदान करता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता और वैचारिक शुद्धता का भी आधार है, एक ऐसा अमृत, जो जीवन को लंबा, स्वस्थ और सुखमय बना देता है। आज का यह योग संदेश भी यही था "स्वस्थ तन, शांत मन और उज्ज्वल विचार ही सच्ची समृद्धि हैं।"

योगाभ्यास कार्यक्रम में केंद्र प्रमुख राजेश श्रीवास्तव एडवोकेट, केंद्र उप प्रमुख प्रदीप  सक्सेना मुकेश, राजीव मिश्रा, संजीव गुप्ता, प्रेमसागर गिरी,  डी लाल, सुरेश कनौजिया, श्री बाजपेई, डॉक्टर जमशेद, विजय लक्ष्मी अग्रवाल, रेखा दीक्षित, मधु गुप्ता आदि योग साधक साधिकाएं सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments