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मंगलवार, 5 अगस्त 2025

गंगा की विनाशकारी बाढ़ में घाट जाने पर प्रशासनिक प्रतिबंध, बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर गंगा स्नान व गंगाजल लेने का प्रशासन ने किया अनोखा प्रबंध

गंगा की विनाशकारी बाढ़ में घाट जाने पर प्रशासनिक प्रतिबंध, बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर गंगा स्नान व गंगाजल लेने का प्रशासन ने किया अनोखा प्रबंध

सैदपुर सावन माह का अंतिम सोमवार बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर सहित क्षेत्र के सभी शिवालयों में सकुशल ढंग से बीत गया। इस दौरान बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर सोमवार की भोर से शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। अंतिम सोमवार को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनोखे इंतजाम किए गए थे जो पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बने थे। सावन के अंतिम सोमवार के दिन मन्दिर पर जुटने वाली भारी भीड़ के नियंत्रण व उनकी सहूलियतों को प्रशासन ने चुनौती की तरह लिया। इस दौरान गंगा नदी में आई भयानक बाढ़ मन्दिर के ठीक नीचे की सीढ़ियों तक पहुंच गई थी। जिसके चलते गंगा नदी में इस वक़्त स्नान श्रद्धालुओं के लिए खतरनाक साबित ही सकता था। ऐसे में प्रशासन ने गंगा किनारे तक जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही उनको गंगा स्नान की अनोखी युक्ति सोची और मन्दिर के बाहर ही एक कमरे जितने एरिया में जेट युक्त शॉवर लगवा दिया था। गंगा किनारे एक बड़ा मोटर लगाया गया था। उसका कनेक्शन उस जेटयुक्त शॉवर से था। वो मोटर गंगा नदी का पानी खींचकर उस शॉवर से निकल रहा था। जिसके नीचे पुरुष व बच्चे तो बेहद चाव से स्नान कर ही रहे थे, महिलाएं भी उसके नीचे गंगा स्नान कर रही थीं। यहां तक कि शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए उन्हें गंगा जल मिल सके, इसके लिए सीधे गंगा नदी में सबमर्सिबल डालकर उससे 4 टोंटियों को मन्दिर के बगल में जोड़ दिया गया था। जिसमें से सीधे गंगा जल निकल रहा था। ये तरीका भी काफी अनोखा रहा। इस दौरान जॉइंट मजिस्ट्रेट आर. सब्बनवाड व तहसीलदार हिमांशु सिंह निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान पूर्वी छोर पर बैरिकेडिंग खोलकर नदी किनारे मछली मारते हुए युवकों को देख वो नाराज हो गए। इसके बाद बैरिकेडिंग पुनः बन्द कराया गया। वहीं मन्दिर परिसर में भी दर्शन पूजन के लिए पूरे दिन भीड़ रही। वहीं परिसर में ही समाजसेवी आशीष व उनकी टीम द्वारा 1 कुंतल हलवा के प्रसाद का वितरण किया गया।

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