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गुरुवार, 7 अगस्त 2025

मानकीकरण को लेकर पेक और बीआईएस का संयुक्त प्रयास

चंडीगढ़: 07 अगस्त, 2025: भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के सहयोग से "फैकल्टी सेंसिटाइजेशन प्रोग्राम (वर्कशॉप)" का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बीआईएस के एजुकेशन आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य फैकल्टी को मानकीकरण (स्टैण्डर्डडाइजेशन) के महत्व और इसे पाठ्यक्रम एवं अनुसंधान से जोड़ने की प्रक्रिया से अवगत कराना था।

इस अवसर की गरिमा बढ़ाई श्री विशाल तोमर, निदेशक एवं प्रमुख, बीआईएस चंडीगढ़ ब्रांच ऑफिस; प्रो. राजेश कुमार भाटिया, निदेशक, पेक; प्रो. उमेश शर्मा, डीन (प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श); डॉ. मनोहर सिंह, एसोसिएट डीन एसआरआईसी; श्री विचित्र वीर सिंह और श्री शुभम तिवारी, संयुक्त निदेशक, बीआईएस मुख्यालय, नई दिल्ली ने।

कार्यक्रम की शुरुआत में प्रो. उमेश शर्मा ने बीआईएस टीम का कॉलेज में स्वागत किया और पेक व बीआईएस के बीच साइन हुए एमओयू की चर्चा की, जो एक मजबूत इंडस्ट्री-एकेडेमिया सहयोग का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हम जब भी कोई वस्तु खरीदते हैं, सबसे पहले आईएसआई मार्क ही देखते हैं। उन्होंने इस वर्कशॉप को फैकल्टी के ज्ञानवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

प्रो. राजेश कुमार भाटिया, निदेशक पेक ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल मानकीकरण की व्यापक समझ प्रदान करते हैं, बल्कि हमारे शिक्षकों को एक नया दृष्टिकोण भी देते हैं। उन्होंने पेक की ऐतिहासिक विरासत पर भी प्रकाश डाला। संस्थान के विभिन्न विभागों से कई शिक्षकों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।

श्री विशाल तोमर ने मानकीकरण की उपयोगिता को एक रोचक और संवादात्मक तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने दर्शकों  से सवाल-जवाब के माध्यम से इसका वास्तविक जीवन में महत्व समझाया। इसके बाद श्री शुभम तिवारी और श्री कुशाग्र जिंदल ने बीआईएस और भारत में मानकीकरण की पूरी प्रणाली पर विस्तार से जानकारी दी। श्री अभिषेक कुमार ने बीआईएस के डिजिटल पहलों पर चर्चा की, जबकि श्री अशुतोष राय ने विभागवार उत्पाद मानकों और मानक बनाने की प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे रिसर्च प्रोजेक्ट्स मानक निर्माण में योगदान देते हैं।

अंत में, डॉ. मनोहर सिंह ने कार्यक्रम के समापन पर बीआईएस टीम और सभी प्रतिभागी फैकल्टी का आभार प्रकट किया।

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