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गुरुवार, 28 अगस्त 2025

रेलवे की बस्ती खाली करने की नोटिस देख तहसील पहुंचे बंसफोरों ने किया होहल्ला

रेलवे की बस्ती खाली करने की नोटिस देख तहसील पहुंचे बंसफोरों ने किया होहल्ला, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दिया भरोसा

गाज़ीपुर सैदपुर नगर के रेलवे क्रासिंग सहित काफी दूर तक के क्षेत्र में पटरी किनारे झुग्गियां डालकर रहने वाले बांसफोर बस्ती के लोगों ने बुधवार को भी तहसील में जाकर विरोध किया और जब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट उन्हें अपने कार्यालय में बुलाकर सकारात्मक भरोसा दिया, तब जाकर वो माने और वहां से गए। बता दें कि रेल पटरी किनारे वार्ड 4 स्थित उक्त स्थान पर कई दशक से करीब 250 बांसफोर झोपड़ियां डालकर पूरे परिवार संग अवैध रूप से रहते हैं। उनमें से अधिकांश नगर पंचायत के सफाईकर्मी हैं। उनके पास कहीं भी जमीनें न होने से वो वहां रहते हैं। इस बीच रेलवे की जमीन होने के नाते रेलवे ने बीते दिनों उनकी झोपड़ियों के बाहर एक नोटिस चिपकाया कि ये जमीन रेलवे की है और रेलवे इसे खाली कराने जा रहा है। इसलिए आगामी 1 सितंबर तक खुद ही जमीन खाली कर दें। अन्यथा 2 सितंबर को भारी पुलिस बल के साथ झोपड़ियां खाली करा दी जाएंगी और खर्चे की वसूली भी की जाएगी। इस नोटिस को पढ़कर उनके होश उड़ गए। जिसके बाद पहले मंगलवार को व अब बुधवार की दोपहर 2 बजे दर्जनों की संख्या में बस्ती के पुरूष, महिलाएं व बच्चे तहसील पहुंच गए और वहां होहल्ला करने लगे। कहा कि अगर उन्हें बेघर कर दिया गया तो बारिश के समय में वो कहां जाएंगे। बताया कि हमारे पास कहीं भी जमीनें नहीं हैं। जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड बाहर निकले और फिर उनके साथ कार्यालय में जाकर मिले। उन्हें बताया कि रेलवे के उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी। साथ ही तहसील से एक रिपोर्ट भी भेजी जा रही है। बताया कि आप सभी के पास अन्यत्र जमीनें नहीं हैं, ऐसे में जब तक आपको कहीं अन्यत्र ठिकाना नहीं दे दिया जाता, आपको विस्थापित न कराने की बात अधिकारियों के सामने रखी जाएगी। ताकि आपका ठिकाना न छिन सके। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के इस आश्वासन के बाद सभी बाहर निकले और अपने घर चले गए।

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