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सोमवार, 28 जुलाई 2025

सावन के महीने में नहीं पीनी चाहिए शराब ?


 सावन के महीने में शराब पीने को लेकर धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परहेज की सलाह दी जाती है। धार्मिक रूप से, सावन भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान शराब जैसे तामसिक पदार्थों का सेवन उचित नहीं माना जाता है। वैज्ञानिक रूप से भी, बारिश के मौसम में शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, खासकर कमजोर पाचन और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए।सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का महीना है और इसे पवित्र माना जाता है।शिव को ‘भोलेनाथ’ कहा जाता है, जो सादगी और सात्विक जीवनशैली का प्रतीक हैं।शराब जैसे तामसिक पदार्थों का सेवन इस पवित्र महीने में उचित नहीं माना जाता है।सावन में गंगाजल का विशेष महत्व है और लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, ऐसे में शराब का सेवन इस पवित्रता के माहौल के विपरीत है।श्रावण का महीना बारिश का महीना है और इस दौरान लोग खानपान और जीवनशैली में कई तरह के बदलाव करते हैं। इस मौसम में पहले की तुलना में सूरज की रोशनी यानी विटामिन डी कम मिलता है। ग्लोबल वार्मिंग के बाद से इसमें थोड़ा सा बदलाव आया है। मगर यह सच है कि बारिश का मौसम पाचन तंत्र के लिए जटिल होता है।
शरीर में विटामिन डी की कमी, नमी युक्त मौसम, बैक्टीरिया का जोखिम आदि वे कारण हैं जो आपकी इम्युनिटी को कमजोर कर देते हैं। उस पर जब आप शराब जैसे डिहाइड्रेट करने वाली चीजों का सेवन करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए और भी जोखिम भरा हो जाता है।
मानव शरीर हवा, सूरज की रोशनी, मिट्टी और पानी जैसे विभिन्न प्राकृतिक तत्वों से बना है। इसलिए इस कारण शरीर में पाचन प्रक्रिया और काम काज थोड़ा प्रभावित हो जाता है। इसलिए श्रावण में मांस, शराब जैसी चीजों का सेवन नही किया जाता है और सात्विक भोजन किया जाता है।वाशिंगटन के बेलेव्यू में रिसर्च सोसाइटी ऑन अल्कोहल (आरएसए) ने ये रिसर्च की है जिसमें बताया गया है की शराब लत यानी अल्कोहल यूज डिसऑर्डर एक न्यूरोसाइकिएट्रिक डिसऑर्डर  है। ये डिसऑर्डर ब्रेन से संबंधित है, जो कि हमारे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है।ब्रेन से संबंधित ये डिसऑर्डर परिवार, काम और व्यक्तिगत कल्याण को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।शोध में संज्ञानात्मक नुकसान के बारे में बताया गया जो ज्यादा शराब पीने के कारण हो सकता है। यह काम करने के लिए योजना बनाने की क्षमता को कम करता है, किसी चीज को याद रखना या दूरदर्शिता को कम कर सकता है। कमजोर एपिसोडिक मेमोरी नई घटनाओं को याद रखने और स्मरण करने की क्षमता को सीमित कर देती है।
मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और संबंधित कमियों को यह क्षति तीन प्रमुख न्यूरोसर्किटरीज़ पर अल्कोहल के प्रभाव के कारण होती है। वे फ्रंटोसेरेबेलर नेटवर्क, फ्रंटोलिम्बिक नेटवर्क और फ्रंटोस्ट्रिएटल नेटवर्क हैं।
भले ही शराब पीना जीवन में बाद में शुरू किया गया हो, लेकिन अधिक उम्र में शराब पीने वाले लोग क्षेत्रीय मस्तिष्क के नुकसान को महसूस कर सकते हैं। किसी भी उम्र के शराब पीने वाले, जो शराब पीना कम कर देते हैं या बंद कर देते हैं, उन्हें शराब पीने के प्रतिकूल शारीरिक और कार्यात्मक प्रभाव कम देखने को मिल सकते हैं।
कई अध्ययनों से पता चलता है कि शराब पीने में कमी के साथ कॉर्टिकल ग्रे मैटर की मात्रा में कुछ सुधार हो सकता है।
इसलिए, सावन के महीने में शराब से परहेज करना धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से उचित है।

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