Breaking

शनिवार, 26 जुलाई 2025

पत्नी ने दही में मिलाया जहर, पति को मार डाला — प्रेमी संग रची रोंगटे खड़े कर देने वाली साजिश!


फिरोजाबाद। एक तरफा प्यार और अवैध रिश्ते ने इंसानियत को फिर शर्मसार कर दिया। शादी को 11 साल हो चुके थे, दो मासूम बच्चे थे, लेकिन प्रेमी की चाह में एक पत्नी हैवान बन गई। उसने अपने ही पति को मौत की नींद सुला दिया — वो भी दो बार दही में जहर मिलाकर!

ये कहानी नहीं, एक सच्ची वारदात है जो यूपी के फिरोजाबाद जिले के टूंडला क्षेत्र के ग्राम उलाऊ से सामने आई है। 32 वर्षीय सुनील कुमार, जो चूड़ी कारखाने में मजदूरी करता था, उसे उसकी पत्नी शशि ने अपने प्रेमी यादवेंद्र के साथ मिलकर सल्फास जहर देकर मौत के घाट उतार दिया। पहले कोशिश 13 मई को हुई, जब पति को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराना पड़ा। लेकिन जब वह बच गया, तो अगले ही दिन — 14 मई की रात — फिर से वही ज़हर दही में मिलाकर दिया गया।

मां की नजर ने खोल दी साजिश की परतें

घरवालों ने इसे गर्मी और डायरिया से हुई मौत मान लिया, अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन मृतक की मां रामढकेली को बहू की गतिविधियां कुछ ठीक नहीं लगीं। संदेह के बीज ने उन्हें पुलिस तक पहुंचा दिया। सीओ अंबरीश कुमार की निगरानी में जब जांच आगे बढ़ी तो हकीकत सुन पुलिस भी सन्न रह गई।

ऑनलाइन मंगाया गया था जहर, QR कोड से किया गया पेमेंट

प्रेमी यादवेंद्र, जो एक ट्रक चालक है, ने गूगल पर सर्च कर सल्फास की चार पुड़िया ऑनलाइन मंगवाई। 350 रुपये का भुगतान किया गया और एक खोखे वाले के जरिए पार्सल रखवाया गया। शशि ने अपनी छह वर्षीय बेटी और भतीजी से जाकर वह पार्सल मंगवाया। यह सब कुछ इतनी चुपचाप और योजनाबद्ध तरीके से हुआ कि घरवालों को भनक तक नहीं लगी।

मासूम बच्चों के सामने इंसानियत हारी

शशि, जो दो मासूम बच्चों की मां है — एक 9 साल का बेटा और 6 साल की बेटी — उस पर अब हत्या का आरोप साबित हो चुका है। उसका प्रेमी यादवेंद्र भी शादीशुदा है, मगर उसकी पत्नी उसे छोड़ मायके जा चुकी है।

एक साल पहले देवर ने पकड़ लिया था दोनों को खेत में

मामले में एक चौंकाने वाला पहलू यह भी है कि एक साल पहले दोनों को खेत में मिलते हुए देवर ने देख लिया था और पति सुनील से शिकायत की थी। पति ने जब पत्नी को फटकारा, तो पत्नी ने उल्टा पुलिस में सुनील और देवर पर मारपीट का केस दर्ज करा दिया। लोकलाज के चलते परिवार चुप रहा, लेकिन नजर रखना शुरू कर दिया।

जांच में जुटे सबूत: दही की कटोरी से अब भी आती है तीखी गंध

पूछताछ में शशि और यादवेंद्र ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने जहर की बची हुई पुड़िया, दही की कटोरी, सुनील के अधजले कपड़े और दोनों की कॉल डिटेल को बतौर साक्ष्य जब्त कर लिया है।

कहानी नहीं — सबक है ये!

यह वारदात सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि विश्वास, परिवार और मासूमियत की निर्मम हत्या है। अदालत में पोस्टमार्टम न होने के कारण केस को साबित करना कठिन जरूर होगा, लेकिन इंसाफ की लड़ाई अब शुरू हो चुकी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments