लखीमपुर खीरी। केवल एक रानी नहीं थीं, बल्कि नारी शक्ति की प्रतीक थीं,अहिंसा, सेवा और धर्म के अद्वितीय स्वरूप थीं रानी अहिल्याबाई होलकर। उनके जीवन के अमृत-तत्वों को समझने और आत्मसात करने हेतु सनातन धर्म सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इंटर कॉलेज की पुण्यभूमि पर आज दिनाँक 20 मई 2025 को एक विचारगर्भित वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
विषय था ‘रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन सिद्धांत’ और यह विषय जैसे ही छात्राओं के अधरों पर आया, वाणी में श्रद्धा, तर्क में समर्पण और भाव में प्रेरणा स्वतः उतर आई। आठ प्रतिभागियों ने इस मंच को अपने ओजस्वी विचारों से आलोकित किया। इस विचारमंथन में प्रथम स्थान प्रज्ञा वर्मा (12B) ने प्राप्त किया, जिनकी वाणी में इतिहास की चेतना और वर्तमान की आह्वान गूंजती रही। रिशिता श्रीवास्तव (12D) ने द्वितीय स्थान पर रहकर रानी के त्याग और न्यायप्रियता को हृदयस्पर्शी स्वर में प्रस्तुत किया। वहीं गौरी शुक्ला (12A) ने तृतीय स्थान अर्जित कर श्रद्धा और विवेक की गंगा बहा दी। विद्यालय की यशस्वी प्रधानाचार्य शिप्रा बाजपेई जी ने विजयी छात्राओं को सम्मानित करते हुए कहा रानी अहिल्याबाई का जीवन हमारी बेटियों के लिए एक दीपस्तंभ है, जिससे जीवन की दिशा और दशा दोनों उज्ज्वल हो सकती हैं। निर्णायक के रूप में मंच की शोभा बनीं डॉ. सीमा मिश्रा (उपप्रधानाचार्य) एवं डॉ. अनुराधा दुबे, जिन्होंने निष्पक्षता और प्रज्ञा से प्रतियोगिता का मार्गदर्शन किया।
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