लखीमपुर। जब सपनों को राह मिलती है और हौसलों को पहिए, तब जीवन की कठिन डगर भी आसान हो जाती है। 26 मई 2025 का दिन उन मासूम चेहरों के लिए नई उम्मीद लेकर आया, जिनके लिए विद्यालय की दूरी कभी बोझ बनी रहती थी। रोटरी इंटरनेशनल मंडल 3120 ने अपने सेवा संकल्प को साकार करते हुए सात जरूरतमंद स्कूली छात्राओं को साइकिलें प्रदान कीं। यह केवल एक भौतिक उपहार नहीं था, यह उन नन्हे कदमों को प्रोत्साहन देने वाला संबल था जो शिक्षा के पथ पर आगे बढ़ना चाहती थीं।
साइकिल वितरण का यह सादगीपूर्ण किंतु हृदयस्पर्शी आयोजन पूर्व अध्यक्ष रो. हरि प्रकाश त्रिपाठी के निवास पर सम्पन्न हुआ, जहाँ सेवा का एक सजीव दृश्य उपस्थित था। साइकिल पाकर बच्चियों के चेहरों पर जो मुस्कान खिली, वह किसी पुरस्कार से कम नहीं थी। वह मुस्कान थी आत्मबल की, वह झलक थी उन सपनों की जो अब हकीकत बनने को तत्पर हैं। निवर्तमान अध्यक्ष रो. वासिफ खान ने साइकिलों की विधिवत पूजा कराई, जैसे यह वाहन नहीं, वरन् ज्ञान की देवी सरस्वती का आशीर्वाद हो। उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित किया कि वे जीवन की हर कठिनाई को आत्मबल से पार करें और शिक्षा की राह पर अडिग रहें। इस अवसर पर रोटरी परिवार की गरिमामयी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भावविभोर बना दिया। मंच पर रो. अनिल गुप्ता, पूर्वा. विमल अग्रवाल, पूर्वा. सीमा अग्रवाल, पूर्वा. रघुवीर मित्तल, पूर्वा. मधुलिका त्रिपाठी, रो. अमरकांत अग्रवाल, संयुक्त सचिव रो. संदीप गुप्ता, आगामी सचिव रो. अरुणा अग्रवाल, अध्यक्ष रो. चन्द्र शेखर सिंह और क्लब की प्रथम महिला पूजा सिंह उपस्थित रहे। कुलमिलाकर यह कार्यक्रम एक उदाहरण है कि जब समाज की सशक्त इकाइयाँ आगे आती हैं, तो वंचित वर्ग की पीड़ा भी मुस्कान में बदल जाती है। यह साइकिलें नहीं, यह विश्वास थीं। यह पहिए नहीं, यह परिवर्तन की धुरी थीं। आज इन बालिकाओं ने न केवल साइकिलें प्राप्त कीं, बल्कि आत्मबल, आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता का पाठ भी सीखा। सच ही कहा गया है कि जहाँ संकल्प होता है, वहाँ रास्ता भी निकलता है।
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