लखनऊ। कभी लखनऊ के बुजुर्ग किस्सों में कहते थे शहर के ज़ायके में जादू है, जो दिल से होकर रूह तक उतरता है। आज वही जादू फिर लौट रहा है, लेकिन नए रंग-रूप और नए एहसास के साथ। गोमती नगर की चटोरी गली अब सिर्फ एक खान-पान की जगह नहीं, बल्कि एक सपना बनने जा रही है, एक ऐसी जगह, जहां स्वाद की महक स्विट्जरलैंड की ठंडी हवा से टकराकर दिल को छू जाएगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की इस नायाब कल्पना ने अब आकार लेना शुरू कर दिया है। चटोरी गली को स्विट्जरलैंड की वादियों की तरह सजाया-संवारा जाएगा, ऐसा कि गर्मियों में भी वहां का तापमान 26 डिग्री से ऊपर न जाए। आधुनिक एयर मिस्ट तकनीक से गली में हर सांस ठंडी और ताज़ा होगी, और हर कदम पर नया स्वाद मिलेगा।
कल्पना कीजिए, आप अपने प्रियजनों के साथ उस गली से गुजर रहे हैं, चारों ओर खुशबू है दाल बाटी की, मोमोज़ की सोंधी भाप, और इटैलियन पास्ता की भीनी महक। कुल 42 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स अपनी विशिष्टता के साथ यहां होंगे, हर जायका, हर संस्कृति की एक मिठास लेकर।
यह गली अब सिर्फ खाने की जगह नहीं, एक अनुभव होगी, जहां हर बच्चा खेलेगा किड्स ज़ोन में, जहां परिवार लाइव इवेंट्स का लुत्फ़ उठाएंगे, और जहां हर शाम एक नई याद बनकर दिल में बसेगी। इस आधुनिक फूड वैली को बिजली की निर्बाध व्यवस्था, 400 केवीए ट्रांसफार्मर और पानी की सुविधाओं से सजाया जा रहा है—यानी सुविधा, साज-सज्जा और संवेदनाएं all in one.
LDA के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार कहते हैं हम चाहते हैं कि यह गली केवल खान-पान का केंद्र न हो, बल्कि लखनऊ की नई पहचान बने। एक ऐसी जगह, जहां युवा सपने देखें, परिवार सुकून पाएं, और पर्यटक लखनऊ को नए नज़रिए से देखें।
यह पहल सिर्फ एक विकास परियोजना नहीं, बल्कि नवाबों की नगरी की आत्मा में एक नया रंग भरने की कोशिश है। यह उन युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी, जो चाहते हैं कि उनका शहर भी दुनिया के नक्शे पर चमके—बिना अपनी मिट्टी, अपनी संस्कृति को भुलाए। तो आइए, स्वागत करें उस चटोरी गली का जो अब केवल ज़ायके से नहीं, ज़िंदगी से महकेगी।
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