● एसएसबी परीक्षा में बालिकाओं के लिए रात्रि की छांव और अन्न की सौगात के साथ "माँ" बनी पालिकाध्यक्षा डॉ0 इरा श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी की शांत रातों में, जब दूर-दराज से आईं बेटियाँ S.S.B. परीक्षा में अपने भविष्य की आभा गढ़ने निकलीं, तब कोई उनके लिए रात्रि की सुरक्षा, भोजन की गरिमा और सम्मान की छांव बन गया।
नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव का यह प्रयास केवल प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि एक मानवीय करुणा की कहानी है जिसमें शिक्षा के पथ पर अग्रसर बेटियों के लिए निशुल्क आवास व भोजन की व्यवस्था की गई है। सरोज शर्मा, प्रबंधक सरस्वती ज्ञान मंदिर एवं एन. एस. गोल्डन पब्लिक स्कूल ने इस पुनीत कार्य में विद्यालय के द्वार स्नेहपूर्वक खोल दिए। आज, इन दोनों विद्यालयों में प्रतिदिन 200 से 250 बालिकाएँ न केवल विश्राम कर रही हैं, बल्कि आत्मविश्वास और सम्मान के साथ परीक्षा की तैयारी भी कर रही हैं। उनके चेहरों पर मुस्कान है, मन में दृढ़ संकल्प और हृदय में आभार क्योंकि समाज उनके साथ खड़ा है। यह आयोजन केवल सुविधा नहीं, नारी शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व की एक सुंदर प्रतिमा है। यह उदाहरण सिद्ध करता है कि जब नेतृत्व में करुणा हो और व्यवस्था में भावनाएँ, तब हर बेटी बिना भय, बिना बोझ, अपने सपनों की उड़ान भर सकती है। पालिकाध्यक्षा डॉ0 इरा श्रीवास्तव ने कहा श्री सरोज शर्मा के इस सहयोग हेतु हृदय से आभार, आपने केवल भवन नहीं खोले, आपने उन बेटियों के लिए संरक्षण का भावात्मक द्वार खोला, जो कल की भारत माँ की आँखों के तारे बनेंगी। कुलमिलाकर यह कोई साधारण शिविर नहीं… यह भारत की बेटियों के सपनों का आश्रय है। जहाँ सेवा, सम्मान और स्नेह मिलकर रच रहे हैं कल का उज्जवल भविष्य।
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