जब परिश्रम का सूरज समर्पण के आकाश में चमकता है, तब सफलता की किरणें स्वयं धरती पर उतर आती हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला सेंट जॉन को एड. स्कूल में, जहाँ ICSE बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित होते ही पूरे विद्यालय में उल्लास की लहर दौड़ गई।
इस वर्ष विद्यालय के छात्रों ने 100% सफलता दर के साथ यह सिद्ध कर दिया कि दृढ़ निश्चय, अनुशासन और सही मार्गदर्शन से कोई भी शिखर अजेय नहीं। कक्षा 10वीं के छात्र शांतनु शुक्ला ने 96.20% अंक प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनकी यह सफलता न केवल उनके लिए बल्कि हर उस छात्र के लिए प्रेरणा बन गई जो अपने सपनों को सच करने का साहस रखता है।
वहीं कक्षा 12वीं में वर्तिका सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त कर यह संदेश दिया कि ज्ञान और मेहनत की जुगलबंदी से कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। उनके चेहरे की मुस्कान, सफलता के संघर्षमय दिनों की कहानी खुद बयां कर रही थी।
विद्यालय के प्राचार्य ने सभी विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा, "हर छात्र में एक चमकता सितारा होता है, बस जरूरत होती है उसे सही दिशा देने की।" उन्होंने कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों को आगामी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए आशीर्वाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
यह परिणाम केवल अंकों का उत्सव नहीं, बल्कि उन अनगिनत प्रयासों, रात्रि जागरणों, अध्यापकों की निस्वार्थ सेवा और माता-पिता की प्रार्थनाओं का प्रतिफल है।
सेंट जॉन को एड. स्कूल के इन सितारों ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर मन में लगन हो, तो सफलता सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, एक यात्रा बन जाती है आत्मविश्वास और प्रेरणा की यात्रा।
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