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मंगलवार, 22 अप्रैल 2025

राम' को छोड़ 'हनुमान' चले बिहार, सुशासन बाबू की राह में

नई दिल्ली बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राज्य में सियासी हलचल तो तेज थी ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान समझे जाने वाले और दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने इसे और तेज कर दिया है। हाल में चिराग ने बयान दिया कि अब वे केन्द्र की राजनीति छोड़कर अपने घर यानी बिहार लौटना चाहते हैं। इसे सीधे- सीधे बिहार में उनकी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है।बता दें कि भाजपा पहले ही नीतीश के स्वास्थ्य और उम्र का हवाला देकर उन्हें मुख्यमंत्री पद की दौड़ से अलग मान रही है किन्तु बिहार में नीतीश की पैठ देखते हुए उसने राज्य में चुनाव बाद अपना मुख्यमंत्री और नीतीश के बेटे को उपमुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया था। नीतीश इस पर राजी भी थे किन्तु अब चिराग की दावेदारी की शंकाओं ने दूसरे दलों की नींद उड़ा दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ़ 6 महीने का वक्त बाकी है, लेकिन पूरे प्रदेश में सियासी तापमान पहले ही चढ़ चुका है। सितम्बर के पहले हफ्ते में चुनाव आयोग चुनाव कार्यक्रम की घोषणा भी कर सकता है। ऐसे में एनडीए हो या महागठबंधन, दोनों में 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री' को लेकर प्रश्न सब के मन में तैर रहा है।इस बीच नीतीश के बेटे निशांत ने भी साफ-साफ कह दिया है कि उनके पिता का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है और वो बिल्कुल फिट हैं। निशांत कुमार नीतीश कुमार के इकलौते बेटे हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने राजनीति में आने के बजाय आध्यात्मिक जीवन को प्राथमिकता दी। 49 वर्षीय निशांत अविवाहित हैं और लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन से दूर रहे हैं। हालांकि हाल के दिनों में उनकी सार्वजनिक उपस्थिति बढ़ी है, जिससे उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।
उधर, चिराग भी पूर्व मुख्यमंत्री और दलित नेता रामविलास पासवान के इकलौते चिराग हैं और राजनीति में फिलहाल उनपर प्रधानमंत्री मोदी का वरद हस्त प्राप्त समझा जाता है। ऐसे में चिराग के बयान के बाद उनके जल्द ही केंद्र की राजनीति छोड़ने और मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने के कयास जोरों पर हैं। चिराग पासवान ने कहा, "बिहार ही वह वजह है जिसकी वजह से मैं राजनीति में आया। मैं 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' की सोच के साथ आगे बढ़ रहा हूं और मुझे पता है कि अंततः मुझे अपने राज्य वापस जाना है।

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