“हरियाणा की मिट्टी से जन्मा सपना, मुंबई में चलाया सक्सेस कार्ड"
हरियाणा की भूमि, जहां धूल उड़ती है तो साथ ही उड़ते हैं सपने भी। इसी भूमि से निकले चंदन मेहता, जिन्होंने बहादुरगढ़ की गलियों से निकलकर मायानगरी मुंबई की चकाचौंध तक का सफर तय किया।
सन 90 के दशक में जब चंदन ने अपनी शिक्षा की नींव रखी, तब शायद किसी ने नहीं सोचा था कि यह बालक एक दिन दिल्ली विश्वविद्यालय से निकलकर भारत के प्रतिष्ठित एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) में अभिनय का चक्रव्यूह भेदेगा। रंगमंच की बारीकियों को आत्मसात करते हुए, उन्होंने न केवल किरदारों को जिया, बल्कि अभिनय को साधना की तरह अपनाया।
दिल्ली की रंगशालाओं से निकलकर जब चंदन मुंबई पहुँचे, तो वहां केवल सपने नहीं थे, था संघर्ष, था इंतज़ार और थी एक आग, जो हर कलाकार के भीतर जलती है। चंदन ने उस आग को बुझने नहीं दिया। ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ हो या ‘ससुराल सिमर का’, ‘सीआईडी’ हो या ‘क्राइम पेट्रोल’, ‘तुम्ही नारायण नहीं दिखे’ हो या ‘नीला ड्रेस वाला', चंदन ने हर भूमिका में अपनी आत्मा डाल दी।
आज उनके अभिनय-संघर्ष की अगली कड़ी है फिल्म “ दि कॉर्ड", जो 25, 26 और 27 अप्रैल को नागपुर, महाराष्ट्र में आयोजित एक भव्य फिल्म समारोह में प्रदर्शित की जाएगी। यह फिल्म न केवल एक कलाकार की यात्रा है, बल्कि उस हर सपने की कहानी है, जो किसी छोटे शहर की आंखों में पलता है और मुंबई की चकाचौंध में आकार पाता है। चंदन का यह अभिनय-संग्राम यहीं थमता नहीं। वे अब नवोदित कलाकारों के लिए एक दीपशिखा बन चुके हैं. प्रशिक्षक, मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत। वेबसीरीज़ हो या शॉर्ट फिल्म्स, हिंदी सिनेमा हो या रंगमंच, हर माध्यम में उनकी प्रतिभा अपनी छाप छोड़ रही है।
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