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शनिवार, 4 जनवरी 2025

शाहजहांपुर : मौन मन्दिर के पुजारी बाबा रमेश भैया

प्रदीप वैरागी, शाहजहांपुर । विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक और दुनिया में विनोबा विचार प्रवाह को फ़ैलाने वाले आचार्य विनोबा भावे के अद्वितीय अनुयायियों में से एक बाबा रमेश भइया 25 दिसम्बर 2024 को एक वर्ष के लिए मौन व्रत धारण कर चुके हैं। वे अपनी मौन संकल्प स्थली में आत्मानंद की में मस्त हैं।
एक वर्षीय मौन संकल्प लेने से पूर्व उन्होंने शुभेच्छा कार्यक्रम रखा जिससें उनके तमाम शुभचिंतकों और आध्यात्मिक क्षेत्र के विद्वानों ने उनके इस संकल्प को सकुशल पूर्ण होने की कामना की। बाबा रमेश भैया की कृपा से मुझे भी कार्यकम का हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मेरे लिए उनका एक विशेष आग्रह इसलिए भी रहा क्योंकि वे मेरे वर्षों की मौन संकल्प साधना के अनुभवों को करीब से जानना चाहते थे। जिसकी कुछ जानकारी उन्हें इससे पूर्व ही प्राप्त हो चुकी थी। विनोबा विचार प्रवाह से जुड़े  विराट व्यक्तित्व बाबा रमेश भैया के सम्पूर्ण देश भर में तमाम साथियों  में उनके एक वर्षीय मौन संकल्प का समाचार आग की तरह फ़ैल गया। जिससे उनके तमाम शुभचिंतकों और मित्र मंडली ने उन्हें अपना विचार बदलने का भी दबाव बनाया। लेकिन बाबा रमेश भैया कहां मानने वाले थे। उन्होंने इससे लगभग एक सप्ताह पूर्व मुझसे फोन पर लम्बी वार्ता भी की और लोगों की प्रतिक्रियाएं भी साझा कीं। मैंने अपने कुछ अनुभवों को साझा करते हुए उनसे अपनी बात पर अडिग रहने का आग्रह किया।
संत प्रवृत्ति बाबा रमेश भैया ने 25 दिसम्बर 2024 को अपने सम्पूर्ण परिवार की उपस्थिति में आध्यात्मिक गुरुजनों और शुभचिंतकों के समक्ष एक वर्षीय मौन संकल्प 22 घंटे  लेकर विनोबा सेवा आश्रम के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया।
मौन संकल्प के ग्यारहवें दिन उन्होंने अपने साथियों के साथ  स्वअनुभव साझा करते हुए बताया कि जीवन के विशिष्ट अनुभव हो रहे हैं। किसी प्रकार का कोई व्यवधान मौन संकल्प में नहीं हो रहा है। पौत्र नंदन जिससे डर था कि कहीं मौन में व्यवधान न करे वह भी खूब सहयोग कर रहा है। तख्ती पर लिखकर विचारों का परस्पर आदान-प्रदान आसानी से चल रहा है। मौन संकल्प स्थली में सभी का भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने विनोबा विचार प्रवाह के माध्यम से कहा कि संस्थाएं समाज में विशिष्ट विचार की वाहक बनें।

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