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शुक्रवार, 3 जनवरी 2025

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड डे की शुरुआत अगले 5 दिनों के दौरान कड़ाके की ठंड का अनुमान

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड डे की शुरुआत अगले 5 दिनों के दौरान कड़ाके की ठंड का अनुमान.. रात का तापतान करीब 5 डिग्री सेल्सियस गिरा

 साल 2025 के साथ ही उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे पहुंच चुका है। पिछले 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान 10 से 5 डिग्री सेल्सियस के आस-पास आ चुका है। उत्तर प्रदेश रायबरेली के फुरसतगंज में सबसे कम 4.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया। वहीं, उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा शहर कानपुर रहा। आज सुबह करीब 7 बजे कई शहरों में सामान्य विजबिलिटी 2 किलोमीटर की जगह 220 मीटर रही।इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड डे की शुरुआत हो चुकी है। दरअसल, जब अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 4.4 डिग्री कम हो और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाए तो इसे कोल्ड डे माना जाता है। आज जिन-जिन शहरों अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 4.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री नीचे चला गया है, वहां के लोगों को कोल्ड डे का सामना करना पड़ रहा है। आज दिन के वक्त कई शहरों में धूप निकली, लेकिन उसका असर काफी कम रहा। । इससे लोगों को ठंड से ज्यादा राहत नहीं मिली। इसके साथ ही जेट स्ट्रीम के साथ आ रही समुद्री नमी ने ठिठुरन बढ़ा दी।मौसम विभाग ने आने वाले 5 दिनों के दौरान कड़ाके की ठंड का अनुमान लगाया है। तापमान की स्थिति लगातार आज जैसी रही तो आने वाले दिन भी कोल्ड डे ही होंगे। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ से नमी बढ़ेगी और बादलों की आवाजाही तेज होगी। इससे तापमान में उतार-चढ़ाव आएगा।
मौसम विज्ञानिकोंं के मुताबिक भूमध्य रेखीय हिंद महासागर और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के आस-पास के क्षेत्रों में चक्रवाती घेरा बना हुआ है। इसके साथ ही जेट स्ट्रीम हवाएं नीचे की ओर चल रही हैं। चक्रवाती घेरा और जेट स्ट्रीम से माहौल में लगातार नमी आ रही है। इस वजह से बादल बने हुए हैं। इससे गलन वाली ठंड पड़ रही है। उत्तर पश्चिमी हवाएं हिमालयी ठंड को मैदानी इलाकों में ला रहीं हैं। इनकी निरंतरता बनी रही और गति तेज हुई तो मैदानी इलाकों में शीत लहर तेज हो जाएगी।मौसम विज्ञानिकोंं का ये भी कहना है कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती घेरे के रूप में ईरान और आस-पास के क्षेत्रों में 3.1 से 5.8 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। 2-2 दिन में इसके हिमालय के आस-पास के क्षेत्र तक पहुंचने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ के आने से तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहेगा, लेकिन ठंड बनी रहेगी। पश्चिमी विक्षोभों के निकल जाने के बाद हिमालयी ठंड उत्तर पश्चिमी हवाओं के साथ तेजी से आएगी। इस दौरान कोहरा बना रहेगा।

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