● परिवार एवं समाज‘ और ‘सकारात्मक सोच का महत्व‘ विषय पर आधारित रहा मातृ-भारती के व्याख्यान माला सप्ताह का चतुर्थ दिवस
11.11.2024, दिन सोमवार को विद्यालय ’सनातन धर्म सरस्वती विद्या मन्दिर बालिका इंटर कॉलेज, मिश्राना, लखीमपुर खीरी में मातृ-भारती के व्याख्यान माला सप्ताह के चतुर्थ दिवस पर ‘परिवार एवं समाज‘ और ‘सकारात्मक सोच‘ विषय पर छात्राओं को बताया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मातृ भारती की अध्यक्ष प्रीति दीक्षित एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या शिप्रा बाजपेई द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ।
विद्यालय की मातृ-भारती की सदस्य श्रीमती अखिलेश जी ने व्याख्यान माला सप्ताह के अन्तर्गत ‘परिवार एवं समाज‘ विषय पर छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवार समाज की एक महत्वपूर्ण इकाई है। परिवार बच्चे की प्रथम पाठशाला व संस्कारशाला है। परिवार अपने प्रत्येक सदस्य को प्यार एवं समर्थन प्रदान करता है। परिवार के सदस्य एक-दूसरे को सिखाते हैं और जीवन के सुख-दुख साझा करते हैं। परिवार व्यक्तिगत विकास हेतु बेहतर वातावरण देते हैं। हमारा समाज परिवारों से ही बनता है।
वन्दना ने ‘सकारात्मक सोच‘ विषय पर छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सफल और स्वस्थ जीवन के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है। सकारात्मक सोच कर हम अपने जीवन एक सही दिशा प्रदान करते हैं। कई बिमारियों की जड़ में नकारात्मक सोच होती है। अतः सकारात्मक सोच से हम कई प्रकार की बिमारियों से भी बच सकते हैं।
दिनांक 10.11.2024 को स्वदेशी जागरण मंच, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक स्व0 श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी जी की जन्म जयन्ती पर इतिहास संकलन समिति के अध्यक्ष राजेश दीक्षित ने कहा कि ठेंगड़ी जी का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित रहा। ध्येय के प्रति समर्पण, संवाद में सरलता, कार्य की सफलता पर अडिग विश्वास उनके व्यक्तित्व में था।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के अवध प्रान्त सह संयोजक रामू स्वदेशी, विद्यालय की मातृ भारती की उपाध्यक्ष डॉ0 शान्या तिवारी, सदस्य लक्ष्मी एवं सदस्य प्रीति गुप्ता उपस्थित रहीं। विद्यालय की प्रधानाचार्या शिप्रा बाजपेई ने आए हुए अथितियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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