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सोमवार, 14 अक्तूबर 2024

devotional : उत्तराखण्ड के चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित

गोपेश्वर उत्तराखण्ड के चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित कर दी गई हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 17 नवंबर को रात 9 बजकर 7 मिनट पर विधिविधान के साथ शीतकाल के लिए बंद होंगे। विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर अपराह्न 12.05 बजे बंद किए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट भी 3 नवंबर को ही बंद हो जाएंगे। इससे पहले 2 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गयी। उन्होंने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे। सरकार एवं मंदिर समिति के प्रयासों से सभी यात्री सुविधाएं मुहैया हुई हैं।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार, इस साल अब तक 11 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे हैं। जबकि साढ़े 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यानी अब तक  साढ़े 24 लाख तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं। जहां तक सम्पूर्ण चारधाम यात्रा का सवाल है, कुल 38 लाख बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में दर्शन किए हैं।यमुनोत्री धाम में विजयदशमी के अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने समय पंचांग गणनानुसार यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने मुहूर्त तय किया। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि 3 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर दोपहर 12.05 बजे अभिजीत मुहूर्त, मकर लग्न, अनुराधा नक्षत्र, सौभाग्य योग पर यमुनोत्री के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद शनि महाराज की अगुवायी में मां यमुना की डोली खरसाली पहुंचेगी। श्रद्धालु खरसाली में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे।

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