उत्तर प्रदेश में बुलडोजर एक्शन की खूब चर्चा होती है. यही वजह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ को कई बार 'बुलडोजर बाबा' के नाम से भी बुलाया जाता है. अब सिद्धार्थ नगर जिले में एक ऐसा बुलडोजर एक्शन हुआ है जो चर्चा का विषय बन गया है।
हाल ही में हुई अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई में पुलिस स्टेशन और तहसील पर ही बुलडोजर चल गया. इतना ही नहीं, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एडीएम और सीओ में ही बहस हो गई. इस बहस का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें देखा जा सकता है कि अधिकारी आपस में ही बहस कह रहे हैं. इसी में एक अधिकारी ने यह भी कहा कि तुम गिराओ यार मैं यहां खड़ा हूं।बता दें कि यह कार्रवाई शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए की जा रही थी। सोमवार को सिद्धार्थनगर में हुई अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई हुई. इसकी चपेट में कई दुकानों के साथ-साथ तहसील, पुलिस स्टेशन और जिला पंचायत की बिल्डिंग भी आ गई. इन सभी की बाउंड्री तोड़ी गई है. कई पक्के मकानों को भी धराशाई कर दिया गया. बताया गया कि सड़क की चौड़ाई 13 मीटर होनी चाहिए लेकिन अतिक्रमण के चलते यह संकरी हो गई थी. अब खाली कराई गई जगह पर सड़क, नाला और फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा।इसी काम के लिए एडीएम उमाशंकर, एडीएम ललित कुमार मिश्र और सीओ के साथ-साथ भारी पुलिस फोर्स भी मौजूद थी। पहले नोटिस भी दिया गया था लेकिन अतिक्रमणकारियों ने अपना कब्जा खुद नहीं हटाया तो प्रशासन ने बुलजडोजर चलवा दिया. इसके बारे में एसडीएम ललित कुमार मिश्र ने बताया कि सिर्फ उन इमारतों में तोड़फोड़ की गई है जो अतिक्रमण करके बनाई गई थीं. खजुरिया रोड पर हुए अतिक्रमण को अब पूरी तरह से हटा दिया गया है।फिलहाल मलबा हटाने का काम चल रहा है जिसमें कुछ दिन का समय लग सकता है. मलबा ज्यादा होने की वजह से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। दरअसल, बुलडोजर अभियान जब पुलिस स्टेशन के पास पहुंचा तो सीओ ने रोक दिया कि इसे न तोड़ें. इसी को लेकर एसडीएम और एडीएम ने कहा कि जब आम लोगों की इमारतें टूट रही हैं तो इसे भी तोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा, 'सबके साथ इंसाफ होगा। तहसील की भी बाउंड्री तोड़ी जा रही है तो थाने की भी टूटेगी.' इसी को लेकर दोनों अधिकारी सबसे सामने ही बहस करने लगे. सीओ ने एसडीएम से लिखित में देने को कहा. इसपर एसडीएम ने दो टूक कह दिया, 'कैसा लिखित?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments