Breaking

सोमवार, 5 अगस्त 2024

गोला पश्चिमी बीट : हादसे के बाद सक्रिय हुआ वन विभाग, बाघ को पकड़ने के लिए लगाया गया पिंजरा

  * हादसे के बाद सक्रिय हुआ वन विभाग, गन्ने के किनारे-किनारे लगवाया जाल।
   * रात भर घटनास्थल के निकट ही बना रहा बाघ, ग्रामीणों ने उसे कई बार देखा
    * सोमवार को भी बाघ ने घर के बाहर बैठ कर मंजन रही एक लड़की पर हमले का प्रयास किया


धर्मवीर गुप्ता गोला पश्चिमी बीट के बलारपुर गांव के लोगों की फरियाद को पिछले एक वर्ष से अनदेखी करने वाला वन महकमा अंततः रविवार को बाघ द्वारा 12 वर्षीय बालिका जानकी देवी को निवाला बनाए जाने के बाद सक्रिय हो उठा है। बाघ ने सोमवार की सुबह भी घर से बाहर मंजन कर रही एक लड़की पर हमले का प्रयास किया। सोमवार को घटनास्थल पर पहुँचे डीएफओ व रेंजर ने बाघ को पकड़ने के लिए गन्ने के किनारे जाल तथा पिंजरा लगवाया।


     रविवार को बाघ के हमले के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने काफी देर तक मृतका जानकी के शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजने दिया था। वन विभाग द्वारा बाघ के पकड़े जाने और मुआवजे का आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीण माने थे। घटना की रात ही जब कुछ लोग मृतका जानकी के परिजनों को खाना देने जा रहे थे। उन्हें सड़क पर बाघ दिखाई दिया जिससे वे शोर मचाते हुए अपने घरों को लौट गए। सोमवार की सुबह बलारपुर गांव की ही जुगाड़िया उम्र बारह वर्ष पुत्री उत्तम कुमार जब अपने घर के बाहर बैठी मंजन कर रही थी तब अचानक बाघ उसके सामने आ गया। लड़की तुरंत भाग कर अपने घर में घुस गई और शोर मचाना शुरू कर दिया। ग्रामीणों के आ जाने पर बाघ धीरे-धीरे चलता हुआ गन्ने के खेत में चला गया। सोमवार की सुबह डीएफओ संजय विश्वाल व रेंजर संजीव तिवारी घटना स्थल पर पहुंचे तथा बाघ के लिए एक पिंजरा लगवाया गया तथा खाबर ‌एक प्रकार का जाल भी लगाया गया। गांव वालों को भी सतर्क रहने का सुझाव दिया। 


    ग्रामीणों का कहना है कि लगभग एक साल से क्षेत्र में मौजूद बाघ कई लोगों के पालतू, गाय, भैंस बकरियों और कुत्तों को अपना निवाला बनाता रहा, हर बार वनकर्मी सतर्क रहने की सलाह देकर लौट जाते थे। आखिर एक निरीह बच्ची की जान लेने के बाद अधिकारियों की नींद खुली है। जो काम अब कर रहे हैं वहीं अगर पहले कर लेते तो शायद बच्ची की जान बच जाती। 
     दक्षिणी वनप्रभाग के रेंजर संजीव तिवारी ने बताया कि जिधर से बाघ घरों में आता था। उधर गन्ने के किनारे खाबर (जाल ) लगवा दिया गया है तथा उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगवा दिया गया है। पूरी टीम मौके पर मौजूद है तथा बाघ की निगरानी कर रही है।

 🔘  बासुकपुर में भी बाघ द्वारा नारेंद्र को निवाला बनाए जाने के बाद सक्रिय हुआ था वन विभाग

     दुधवा बफर जोन के मैलानी वन क्षेत्र के जटपुरा बीट में 15 नवंबर 2023 को बासुकपुर के नारेंद्र को बाघ द्वारा निवाला बनाए जाने से ग्रामीणों में उपजे आक्रोश के बाद वन महकमा सक्रिय हुआ था तथा एक बाघ को ट्रेकुलाइज करके कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया था। उससे पहले ग्रामीणों द्वारा बाघ के गांव के नजदीक निरन्तर देखे जाने और ग्रामीणों की जान के लिए खतरा उत्पन्न होने की बात को वनकर्मियों द्वारा नकार दिया जाता था।

वाइल्डलाइफ की मंडल चीफ रेनू सिंह घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने पीड़ित परिवार को पाँच लाख रुपये का मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया तथा गोला क्षेत्राधिकारी को तत्काल घटनास्थल के आसपास खड़े गन्ने को हटवाने का निर्देश दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments