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गुरुवार, 8 अगस्त 2024

इंदौर : इंग्लिश महिला टीचर के जाल में फंसे स्टूडेंट गौरव हाड़ा ने किया सुसाइड

इंदौर : एक प्राइवेट कोचिंग क्लास में इंग्लिश पढ़ाने वाली महिला टीचर के जाल में फंसे 19 साल के बी फार्मा स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया. इससे पहले महिला टीचर ने उसे ब्लैकमेल किया और जब स्टूडेंट ने बात मानने से इनकार कर दिया तो पुलिस से शिकायत कर दी.
स्टूडेंट के घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के नाम पर हिरासत में लिया और 45000 रुपए लेने के बाद छोड़ा. FIR दर्ज नहीं करने और दोनों पार्टियों के बीच समझौता करवाने के बदले में ₹300000 की मांग की गई. इसके कारण तनाव की स्थिति बन गई और इसी तनाव के कारण छात्र ने सुसाइड कर लिया.
पुलिस के मुताबिक गौरव पुत्र राजू हाड़ा (19 साल) भागीरथपुरा का रहने वाला था. बी. फार्मा का स्टूडेंट था. मंगलवार रात को उसकी छोटी बहन ने उसे फंदे पर लटके देखा. इसके बाद पिता को सूचना दी. परिजन नजदीकी अस्पताल ले गए. यहां से एमवाय हॉस्पिटल भेज दिया गया, जहां डॉक्टरों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी. ब्लैकमेल कर रही थी टीचर
परिवार ने बताया गौरव ने 11 महीने पहले इंग्लिश की कोचिंग जाना शुरू किया था. इंग्लिश पढ़ाने वाली टीचर उससे तीन-चार साल बड़ी है. गौरव का टीचर से अफेयर हो गया. संबंध गहराने के बाद टीचर उसे अलग-अलग तरह से ब्लैकमेल करने लगी. वह गौरव को दूसरी लड़कियों से बात करने से रोकने-टोकने भी लगी. उससे कई बार हजारों रुपए लिए. पिता ने एक बार रुपए चुराते पकड़ा तो गौरव ने बताया कि टीचर उसे ब्लैकमेल कर रही है. उनका कहना है कि टीचर ने गौरव को रेप केस में फंसाने की धमकी दी. इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर मैसेज किए. फिर गौरव की शिकायत करने थाने पहुंच गई.
 पुलिस ने हमारी तो बात ही नहीं सुनी गौरव के परिजन का आरोप है कि दो महिला पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को गौरव को धमकाया. उसके पिता से 45 हजार रुपए वसूले, तब जाकर छोड़ा. गौरव के पिता का आरोप है कि महिला थाने में गौरी तिवारी और कौशल्या मैडम ने 3 लाख रुपए मांगे थे. हमने उनको गौरव और टीचर के बीच की मोबाइल चैट बताना चाहा, लेकिन उन्होंने नहीं देखी.हमने किसी से पैसे नहीं लिए दूसरी तरफ महिला थाने की टीआई कौशल्या चौहान ने कहा, 'रेप की शिकायत का मामला थाने आया था. दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया था. थाने में किसी भी पक्ष से पुलिस ने पैसे नहीं लिए हैं. आरोप झूठे हैं

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