Breaking

गुरुवार, 1 अगस्त 2024

सीएमओ खीरी की संवेदनशीलता से डायलिसिस मरीजों के चेहरों पर बिखरी राहत की मुस्कान

 

● अनुशासन के कठोर, ह्रदय के सरल सीएमओ खीरी डॉक्टर सन्तोष गुप्ता द्वारा मरीज हित में लिए गए इस निर्णय का स्वागत करते हुए डायलिसिस मरीजों एवं तीमारदारों से उनका आभार व्यक्त किया है।

 ● महीने में 2 बार डायलिसिस सेंटर पर कैंप लगाकर रक्तजांच करेगा मोतीपुर - ओयल स्थित जिला चिकित्सालय खीरी

दैनिक जनजागरण न्यूज ( डिजिटल)। लखीमपुर पीपीपी मॉडल पर संचालित डीसीडीसी किडनी केयर डायलिसिस सेंटर के गम्भीर मरीजों की वेदना पढ़ते हुए सीएमओ खीरी डॉक्टर सन्तोष गुप्ता ने जिला पुरुष चिकित्सालय खीरी ( मोतीपुर - ओयल) को निर्देशित किया है कि महीने में दो बार डायलिसिस सेंटर पर कैंप लगाकर गुर्दा फेल्योर डायलिसिस मरीजों की आवश्यक जांचों के लिए सैम्पल कलेक्ट किया जाय और जांच की जाय। सीएमओ के इस निर्णय का स्वागत करते हुए अति गम्भीर रोग की श्रेणी में आने वाले गुर्दा फेल्योर रोगियों एवं उनके तीमारदारों ने स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक रूप से टूट चुके इन गम्भीर रोगियों को सेंटर पर लाकर उपचार करवाना ही तीमारदारों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है ऊपर से जिला चिकित्सालय ओयल जाकर जांच करवाना अत्यंत कठिन था। ऐसी दशा में नियमित जांचों के लिए कई बार मजबूरन निजी लैबों का सहारा भी लेना पड़ रहा था। डायलिसिस मरीजों की उपर्युक्त समस्या सेंटर मैनेजर ओम शर्मा के माध्यम से संज्ञान में आते ही मरीज हित मे जिला चिकित्सालय को त्वरित निर्देश देते हुए सीएमओ खीरी ने महीने में दो बार सेंटर से सैम्पल कलेक्शन के लिए कहा। सेंटर मैनेजर श्री शर्मा ने बताया कि सीएमओ ने मरीज समस्याओं से जुड़ी अन्य जानकारियां भी लीं साथ ही सेंटर कर्मचारियों को मरीज हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की बात कही।

हर महीने के पहले एवं तीसरे सोमवार को रक्तजांच के लिए जाएंगे डायलिसिस मरीजों के ब्लड सैम्पल

सीएमओ खीरी के निर्देश पर जिला चिकित्सालय मोतीपुर - ओयल द्वारा डायलिसिस मरीज सैम्पल हर माह के प्रथम व तृतीय सोमवार को कलेक्ट किये जायेंगे।
सीएमओ का यह निर्णय शहर की यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत भी अनुकूलता के साथ देखा जा रहा है। जिला टीबी अस्पताल प्रांगण में स्थापित इस डायलिसिस सेंटर में पार्किंग व्यवस्था पर्याप्त न होने से अस्पताल रोड़ पर जाम की स्थिति न उत्पन्न हो इसके लिए सैम्पल कलेक्शन का दिन सोमवार मुकर्रर किया गया है। सोमवार को लखीमपुर शहर की साप्ताहिक बजारबन्दी का दिन होता है और इस डायलिसिस सेंटर में लगभग 100 मरीज हैं, जिनके तीमारदार उन्हें दो पहिया, तीन पहिया अथवा चार पहिया वाहनों से लाते हैं। यह सैम्पल कलेक्शन कार्यक्रम हर महीने के पहले और तीसरे सोमवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक होगा।

डायलिसिस के लिए क्यों जरूरी है रक्तजांच ?

डायलिसिस एक गम्भीर प्रक्रिया है जिससे गुर्दा फेल्योर रोगी को स्थिर रखा जाता है। दोनों गुर्दा फेल होने के बाद रक्त में बढ़ने वाली अशुद्धियों ( यूरिया, क्रिएटिनिन, पोटैशियम, एल्कलाइन फास्फेट आदि) एवं फ्ल्यूड को रिमूव कर डायलिसिस द्वारा गुर्दा फेल्योर रोगी को स्थिर बनाये रखा जाता है। रक्त की आवश्यक जांचे ( cbc, kft, lft, वायरल मार्क आदि) डायलिसिस प्रक्रिया की दिशा निर्धारित करतीं है, डॉक्टर व टेक्नीशियन इन्ही जांचों के आधार पर तय करते हैं डायलिसिस किस तरह, कितनी स्पीड में चलानी हैं। प्राइमरी जांचे जैसे बीपी, सुगर, फीवर आदि डायलिसिस के दौरान चेक करके टेक्नीशियन मरीज की सफल डायलिसिस करते हैं। कुल मिलाकर यह बेहद गम्भीर प्रक्रिया है।

📞 8800127319

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments