● दशम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत योग सप्ताह के पंचम् दिवस 'मानसिक स्वास्थ्य' - योग एक सम्पूर्ण विकल्प विषय पर किया गया संगोष्ठी का आयोजन
● संगोष्ठी में सृजन इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज के फॉर्मा एवं नर्सिंग के विद्यार्थी हुए शामिल
19 जून 2024, ओयल। ओयल कस्बे के सृजन इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज में दशम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत योग सप्ताह के पंचम् दिवस 'मानसिक स्वास्थ्य' - योग एक सम्पूर्ण विकल्प विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी में का शुभारंभ मुख्य अतिथि नोडल अधिकारी डॉ० सुमंत कुमार नर्सिंग इकाई के प्राचार्य डॉ० प्रेम प्रकाश सुमन एवं फॉर्मा इकाई के प्राचार्य डॉ० त्रिभुवन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता योग थैरेपिस्ट प्रिंस रंजन ने विद्यार्थियों को बताया कि हमारा मानसिक स्वास्थ्य न केवल हमारे व्यक्तिगत जीवन को बल्कि सामाजिक और व्यावसायिक जीवन को भी प्रभावित करता है। एक मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति न केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवार, समाज, और कार्यस्थल के लिए भी एक सकारात्मक भूमिका निभा सकता है। आधुनिक जीवनशैली में अनियंत्रित और अनियमित दिनचर्या होने के कारण हमारा और हमारी पीढ़ी का मानसिक स्वास्थ्य बहुत ही खराब हो रहा है। आज हर 6 में से 1 व्यक्ति किसी न किसी स्तर पर मानसिक रुप से अस्वस्थ हैं। ऐसे में नियमित योगाभ्यास एवं योगानुशासन का पालन करते हुए हम स्वयं को और अगली पीढ़ी को स्वस्थ बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। नियमित योग के अभ्यास से तनाव, चिंता, अवसाद का दमन होता है जिससे हमारे भीतर स्पष्टता, एकाग्रता और आनंद का स्तर बढ़ता है। सकारात्मक न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर बढ़ता है जिससे कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर कम हो जाता है। नींद की गुणवत्ता में सुधार होकर अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, गुस्से की समस्या दूर होती है।
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि द्वारा सैकड़ों विद्यार्थिंयों को नियमित योगाभ्यास हेतु शपथ दिलाई गई।
इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डॉ० प्रेम प्रकाश सुमन ने मानसिक स्वास्थ्य हेतु योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
संगोष्ठी में योग प्रशिक्षिका सुमन राजपूत, फैकल्टी सीता वर्मा, लिपिक शिवम् कुमार सहित 200 से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
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