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बुधवार, 5 जून 2024

अयोध्या में न मोदी का रोड शो काम आया और न योगी की रैली, मतदाताओं की मंशा को भाप नहीं सकी भाजपा

करीब चार माह पहले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या वैश्विक स्तर पर आस्था व आकर्षण का केन्द्र बन गई थी। प्राण प्रतिष्ठा के समय भाजपा के प्रति उठा जनसमर्थन का ज्वार हर दिन कम होता गया। इसको फिर से विकसित करने में चुनाव के दौरान अयोध्या में होने वाला मोदी का रोड शो व मिल्कीपुर, दरियाबाद में होने वाली योगी की रैली भी संजीवनी नहीं प्रदान कर सकी।  भाजपा को सबसे बड़ी बढ़त अयोध्या से मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। एक साल पहले मई 2023 में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने 35,638 मतों से जीत हासिल की थी। उस समय अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण सबसे बड़ा मुद्दा था लेकिन इसके बाद भी इस जीत ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया था।
अयोध्या विधानसभा का क्षेत्र नगर निगम से बड़ा है। इसलिए इससे बड़ी बढ़त लेने की उम्मीद भाजपा के पदाधिकारी कर रहे थे। पिछले पांच महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन बार अयोध्या आए। प्रधानमंत्री का 30 दिसम्बर को अयोध्या में रोड शो व जनसभा का आयोजन हुआ। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शामिल हुए। भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत में ही बढ़त ली। शुरुआत में अयोध्या में आयोजित नरेन्द्र मोदी के रोड शो ने प्रचार में भाजपा को अन्य दलों से आगे कर दिया। इसके बाद राजनैतिक गलियारों में चर्चा हो रही थी कि भाजपा को सबसे ज्यादा मत अयोध्या से मिलेगा लेकिन मतदाताओं ने सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया। भाजपा की अपेक्षाओं व दावों के विपरीत अयोध्या का परिणाम आया। दूसरी तरफ सपा ने अयोध्या में प्रचार करने में ज्यादा मेहनत नहीं की थी।

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