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बुधवार, 5 जून 2024

पूर्वांचल की सियासत का बदला रंग,भगवा से हुआ लाल, सपा ने 13 में 10 सीटों पर दर्ज की जीत

लखनऊ।पूर्वांचल के सियासी नक्शे का रंग मंगलवार को बदल गया।पूर्वांचल की सियासत का रंग भगवा से लाल हो गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भगवा छाया था।समाजवादी पार्टी ने 13 में 10 सीटें जीतीं हैं। 13 सीटों में भारतीय जनता पार्टी ने दो पर जीत दर्ज की है।पीएम मोदी ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को पराजित किया है।इस बार चुनाव में पीएम के जीत का अंतर कम हुआ है। पीएम ने वाराणसी से लगातार तीन बार चुनाव जीतने के शंकर प्रसाद जायसवाल के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। देश के दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री बन गए हैं जो एक संसदीय सीट से तीसरी बार सांसद चुने गए।यह रिकॉर्ड अभी तक पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम था। नेहरू फूलपुर से लगातार तीन बार सांसद चुने गए थे।भदोही से डॉ. विनोद कुमार बिंद ने जीत दर्ज की है। एनडीए में शामिल अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर से जीत दर्ज की है।बाकी सभी 10 सीटों पर सपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।आजमगढ़ से सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और लालगंज से दरोगा प्रसाद सरोज ने जीत दर्ज की है।गाजीपुर में सपा से अफजाल अंसारी ने जीत दर्ज की है।घोसी में सपा से राजीव राय ने जीत दर्ज की है।राजीव राय ने सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को पराजित किया है। बलिया का सांसद पहली बार कोई ब्राह्मण बना है।सपा से सनातन पांडेय ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह के बेटे राज्यसभा सांसद नीरज शेखर सिंह को पराजित किया है।यहां नारद राय भी ऐन वक्त पर भाजपा में आए मगर भाजपा को उसका कोई फायदा नहीं मिला।राबर्ट्सगंज में सपा से छोटेलाल खरवार ने जीत दर्ज की है। जौनपुर में सपा से बाबू सिंह कुशवाहा ने जीत दर्ज की है।मछलीशहर (सुरक्षित) लोकसभा से सपा से युवा प्रत्याशी अधिवक्ता प्रिया सरोज ने जीत दर्ज की है। 25 वर्षीय प्रिया पहली बार चुनावी मैदान में उतरी थीं।सलेमपुर से सपा से रमाशंकरु राजभर ने जीत दर्ज की है।केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय हैट्रिक लगाने में असफल रहे।महेंद्रनाथ पांडेय चंदौली से चुनाव हार गए। महेंद्रनाथ पांडेय को सपा से बिरेंद्र सिंह ने पराजित किया है।भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने 2022 के उपचुनाव में सपा के धर्मेंद्र सिंह यादव को पराजित किया था, लेकिन इस बार चुनाव में निरहुआ हार गए।गाजीपुर से भाजपा ने पारसनाथ राय को चुनावी मैदान में उतारा था। पारसनाथ राय को पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का करीबी भी कहा जाता है, लेकिन पारसनाथ राय हार गए।

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