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गुरुवार, 16 मई 2024

"अबकी होली राम लला संग" में महती भूमिका के लिए सम्मानित हुए लखीमपुर के राम मोहन गुप्त

• होरी खेलूं श्रीराम प्रभु संग और राम नाम संजीवनी को संकलन में मिला स्थान

साझा काव्य संकलन "अबकी होली राम लला संग" के गौरव में अभिवृद्धि हेतु महती भूमिका के लिए राम मोहन गुप्त को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है।

नगर के सुपरिचित समाजसेवी, साहित्यकार राम मोहन गुप्त को नीलम पब्लिकेशन मुंबई के साझा काव्य संग्रह "अबकी होली राम लला संग" में प्रकाशित रचनाओं "होरी खेलूं श्रीराम प्रभु संग और राम नाम संजीवनी" के प्रकाशन, साहित्य साधना पथ पर निर्बाध गति से अग्रसर होने एवं संकलन प्रकाशन में अमूल्य सहयोग प्रदान करने के लिए प्रशस्ति पत्र संग साझा संकलन  की प्रतियां प्रदान कर संपादक अरुण यादव 'अरुण' द्वारा सम्मानित किया गया है। 

इससे पूर्व भी राम मोहन गुप्त इसी पब्लिकेशन के साझा काव्य संग्रहों हिन्दी से हम, शब्दों का शिखर, शान ए तिरंगा, नारी पूज्या या भोग्या, दिल की दहलीज में भी प्रकाशित और प्रशंसित हो चुके हैं। राम जी और राम मोहन गुप्त 'अमर' नाम से साहित्य सृजन कर रहे सेवानिवृत्त स्टेट बैंक कर्मी, प्रेरक प्रशिक्षक राम मोहन गुप्त इससे पहले भी अपने एकल काव्य संग्रह स्वप्न हुए साकार सहित कई साझा संकलनों में प्रकाशित और विभिन्न मंचों पर सम्मानित किए जा चुके हैं। 

राम मोहन गुप्त को प्राप्त हुई उपरोक्त प्रशस्ति के लिए बधाई देते हुए इष्ट - मित्रों एवं परिजनों ने उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की है।

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