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शनिवार, 25 मई 2024

निजी अस्पताल कर्मी की बदमाशों ने सरेराह पीटकर की हत्या, कुछ वर्ष पूर्व भी बदमाशों ने किया था प्रयास

निजी अस्पताल कर्मी की बदमाशों ने सरेराह पीटकर की हत्या, कुछ वर्ष पूर्व भी बदमाशों ने किया था प्रयास

गाज़ीपुर सैदपुर थानाक्षेत्र के मनसुखवां भितरी गांव में अज्ञात बदमाशों ने देररात में युवक के सिर पर हमला करके हत्या कर दी। घटना के बाद हड़कम्प मच गया। परिजन उसे लेकर तत्काल सीएचसी आए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद एसपी सिटी सहित सीओ शेखर सिंह सिंह सेंगर मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। वहीं अस्पताल में सैदपुर सहित खानपुर थाने की भी पुलिस पहुंच गई थी। इस मामले में 5 नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। गांव निवासी 38 वर्षीय विनोद यादव पुत्र बृजनाथ निजी अस्पताल में पीआरओ का काम करता था। बीती देररात में वो ड्यूटी से घर आया और अभी सड़क किनारे गाड़ी खड़ी ही कर रहा था, तभी वहां बदमाश पहुंचे और उसके सिर पर पीछे से डंडे से वार कर दिया। इसके अलावा उसके शरीर पर भी ताबड़तोड़ वार किया। जिसके बाद विनोद वहां से चिल्लाता हुआ भागा और अपने घर के पास जाकर गिर गया और उसकी मौत हो गयी। परिजन उसे फौरन सैदपुर सीएचसी लाये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि उसके पड़ोसी से उसकी पुरानी रंजिश थी। कल भी उसे किसी ने मारने को दौड़ाया था, लेकिन उसने किसी को बताया नहीं था और आज हत्यारे अपने मकसद में कामयाब हो ही गए। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी व सीओ ने पूछताछ की। मृतक 3 भाई व 3 बहनों में सबसे बड़ा था। वो अपने पीछे पत्नी समेत 3 पुत्री व 1 पुत्र छोड़ गया है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका इकलौता पुत्र अभी 4 माह का ही है। उस दुधमुंहे को ये तक न पता था कि उसका पिता अब इस दुनिया में ही नहीं है। इधर घटना के बाबत मृतक के पिता ने पड़ोस में रहने वाले बाप-बेटों व कुछ अज्ञात के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में कहा कि उसका पड़ोस में रहने वाले स्व रामराज के पुत्र रामकृत यादव व रामजी यादव से जमीन को लेकर पुराना विवाद था। बताया कि उसी विवाद में उन्होंने पूर्व में भी विनोद पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें वो बच गया था। बताया कि उस समय भी तहरीर दी गयी थी। बताया कि उस समय सुलह समझौता हो गया था लेकिन रामकृत के बेटों ने विनोद को जान से मारने की धमकी दी थी। इस बीच बीती रात में जब विनोद अस्पताल की ड्यूटी से वापिस आया था पहले से ताक में बैठे रामकृत ने अपने भाई रामजी व अपने 3 पुत्र संदीप यादव, प्रमोद यादव व प्रदीप यादव सहित कुछ अज्ञात लोगों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद कोतवाल महेंद्र सिंह तत्काल पड़ताल में जुट गए और तुरन्त मौके पर गए। इस बाद दबिश देकर 3 संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि पीड़ित की शिकायत के बाद हिरासत में आये तीनों बदमाशों पर पुलिस को शंका है और उनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। कोतवाल महेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में छानबीन जारी है, जल्द ही हत्यारे गिरफ्त में होंगे।

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