क्या हो गया है
आज सबका हाल देखिये
बदलते वक्त में
हुआ है जो... कमाल देखिये
उनसे तो है दोस्ती
हुए न रूबरू कभी जिनसे
था साथ जिनसे वर्षों का
होती न दुआ सलाम देखिये!
यूं तो रहते साथ सदा
होती परस्पर न बात देखिये
हैं रिश्ते नाते बहुत से
पर नहीं संपर्क, हालात देखिये
✍️ रामG
राम मोहन गुप्त 'अमर'
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