● डीएम की अपील पर कार्मिकों ने झोंकी ताकत, किया जागरूक, सुपुर्दगी योजना का लाभ लेने आगे आए लाभार्थी
लखीमपुर खीरी 05 मार्च। निराश्रित गोवंश के संरक्षण के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना के तहत शासन के निर्देश पर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की मार्गदर्शन एवं सीडीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में जनपद खीरी में सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 10 दिवसीय विशेष अभियान चलाया जा रहा।
मंगलवार को मितौली विकास क्षेत्र की सिरसा
गौ आश्रय स्थल में नागरिकों को प्रेरित करते हुए 15 व्यक्तियों को 20 गाय (गोवंश) सुपुर्द की गईं। नकहा ब्लाक में खंड विकास अधिकारी प्रदीप कुमार चौधरी की अगुवाई में कुल 60 गोवंश सुपुर्दगी में दिए गए। विकास खण्ड ईसानगर क्षेत्र अंतर्गत अस्थायी गौ आश्रय स्थल महरिया में ग्राम सचिव और प्रधान की अगुवाई में विशेष अभियान के तहत सुपुर्दगी योजना में गोवंश दिए गए। प्रशासन सुपुर्दगी योजना के तहत न केवल लोगों को जागरुक कर रहा है बल्कि इसके फायदे बात कर निराश्रित गवांशु निराश्रित गोवंशों को सुपुर्दगी में दे रहा।
बताते चले कि विशेष अभियान के दौरान जिले की सभी 15 विकास खण्डों में तैनात पंचायत सचिवों के माध्यम से मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना के प्रति ग्रामीणों को भलीभाँति जागरूक किया गया। इस दौरान यह भी जागरूक किया गया कि गोवंश को निराश्रित नही छोड़ा जाए। पंचायत सचिवों द्वारा क्षेत्रवासियों को अवगत कराया कि मुख्यमंत्री जनसहभागिता योजनान्तर्गत सुपुर्दगी में प्राप्त निराश्रित गोवंश के भरण-पोषण हेतु प्रति गोवंश रू0 50/- प्रतिदिन दिए जा रहे हैं।
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● निराश्रित गोवंश पालने वालों को बड़ा उपहार
● ₹50 प्रतिदिन मिलेगी पशुओं के भरण-पोषण की धनराशि : डीएम
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि प्रशासन जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सभी गौ आश्रय स्थलों के समुचित रख रखाव एवं निराश्रित-बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्य शासन की शीर्ष प्राथमिकता का कार्य है, जिसमें अधिकारियों- कर्मचारियों की पूर्ण गंभीरता अपेक्षित है। निराश्रित गोवंशों के संरक्षण के लिए शासन द्वारा मुख्यमंत्री जनसहभागिता योजना भी संचालित है, जिसके तहत इच्छुक व्यक्तियों, पशुपालकों को गो आश्रय स्थल से अधिकतम 04 गोवंश सुपुर्दगी में दिए जाने की व्यवस्था है। उक्त के साथ ही साथ सुपुर्दगी में लिए गोवंश से संबन्धित लाभार्थियों को भरण-पोषण हेतु प्रति गोवंश रू. 50/- प्रतिदिन दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री निराश्रित-बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना' में प्रति दिन प्रति गोवंश के हिसाब से पशुपालक को 50 रुपये की धनराशि डीबीटी के जरिए उसके खाते में दी जाएगी। योजना अंतर्गत एक व्यक्ति को अधिकतम चार गोवंश पालने के लिए मिलेंगे। इन पशुओं में ईयर टैग अनिवार्य होगा।
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