Breaking

रविवार, 11 फ़रवरी 2024

श्री वेंकटेश्वर कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन” और “राब्ता फाउंडेशन” के सौजन्य से कवि सम्मेलन का आयोजन संपन्न

नई दिल्ली। श्री वेंकटेश्वर कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन और राब्ता फाउंडेशन के सौजन्य से श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के सेमिनार हाल में कवि सम्मेलन का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डॉ. दिनेश रघुवंशी मुख्य अतिथि की भूमिका में शामिल हुए। अन्य विशिष्ट आमंत्रित अतिथि कवियों में हास्य व्यंग कवि विनोद पाल और लोकप्रिय कवयित्री एवं लेखिका प्राची मिश्रा संग श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के अनुभाग अधिकारी पवन कुमार पाण्डेय, विवेक कुशवाह, शिवम सनातन, विकास मिश्र ‘सागर’, पूनम माहेश्वरी शामिल हुए। कार्यक्रम का शानदार संचालन हास्य कवि अनिल माहेश्वरी ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के बर्सर डॉ. एस कृष्णकुमार, कॉलेज के शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवम् हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ राम किशोर यादव, मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश रघुवंशी, विनोद पाल, प्राची मिश्रा, पवन कुमार पाण्डेय, राब्ता फाउंडेशन के संस्थापक शिवम झा ‘कबीर’, अनिल माहेश्वरी, पूनम माहेश्वरी और अन्य अतिथि कवियों की पावन उपस्थिति में मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि डॉ दिनेश रघुवंशी का स्वागत मोमेंटो देकर और शॉल ओढ़ाकर कॉलेज के बर्सर डॉ एस कृष्ण कुमार और डॉ राम किशोर यादव ने किया। आमंत्रित अतिथि कवियों विनोद पॉल, प्राची मिश्रा और अन्य आमंत्रित कवियों को मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश रघुवंशी ने मोमेंटो देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। छात्र यूनियन की सेंट्रल काउंसलर न्यासा शर्मा और सचिव अंबिकेश वर्मा ने श्री वेंकटेश्वर कॉलेज विद्यार्थी यूनियन की तरफ से सभी सम्मानित कवियों का बुके देकर सम्मानित किया। बर्सर एस कृष्ण कुमार और डॉ. राम किशोर यादव ने महाविद्यालय की तरफ से सभी सम्मानित कवियों और मुख्य अतिथि के सम्मान में अपने अपने विचार व्यक्त किए और। सर्वप्रथम विवेक कुशवाह ने ओज की शानदार कविता सुना कर कार्यक्रम में जान डाल दी। प्राची मिश्रा ने श्रृंगार की रचनाओं से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।विनोद पाल की हास्य की कविताओं को सभी ने खूब सराहा और सराहना की। कॉलेज के अनुभाग अधिकारी पवन कुमार पाण्डेय ने प्रभु श्री वेंकटेश्वर भगवान की प्रार्थना की और माता-पिता के ऊपर एक मार्मिक कविता सुनाई; जिसे खूब सराहना मिली। सेमिनार हाल में बैठे हुए सभी सम्मानित साहित्यकारों ने उनकी कविता की सराहना की। शिवम सनातन ने लाजवाब कविता सुनाई।अनिल माहेश्वरी के शानदार संचालन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। अन्य कवियों में हेमंत अग्रवाल, नलिनी राज, विवेक कवीश्वर, गोल्डी गीतकार, अंबिकेश वर्मा ने भी कविता सुनाई। सबसे आखिर में राब्ता फाउंडेशन के संस्थापक शिवम झा ‘कबीर’ ने विरह के दो लाइन गा कर लोगों को अचंभित कर दिया। अंत में विकास मिश्र ने कार्यक्रम में शामिल सभी अतिथि कवियों और परोक्ष या अपरोक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments