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बुधवार, 21 फ़रवरी 2024

एफपीओ की कार्यशाला : अफसरों ने बतायीं काम की बातें

● किसानों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में एफपीओ की भूमिका : डीएम

लखीमपुर खीरी 21 फरवरी। बुधवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की बैठक, प्रशिक्षण कार्यशाला हुई। बैठक का सफल संचालन डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्रा ने किया।

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन एक ऐसी योजना है जिसके तहत ऐसे किसानों का एक समूह बनाया जाता है, जो कृषि उत्पादक कार्यों में लगे होते हैं। पीएम किसान एफपीओ योजना के अंतर्गत ऐसे संगठनों को बढ़ावा दिया जाएगा जो कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर रोजगार सृजन के साथ आर्थिक उन्नयन का काम करेंगेे।

डीएम ने कहा कि एफपीओ किसानों को सामूहित खेती के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ जोत के छोटे आकार से उत्पन्न उत्पादन से उत्पादकता सम्बन्धी चुनौतियों का समाधान करते हैं। इसके अलावा कृषि नवोन्मेष और उत्पादकता में वृद्धि के अतिरिक्त रोजगार सृजन में भी सहायता प्राप्त होगी। एफपीओ किसानों को मोलभाव के दौरान बड़े कार्पोरेट उद्यमों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने में मदद कर सकता है। क्योंकि यह सदस्यो को एक समूह के रूप में बातचीत एवं समझौता करने में सक्षम बनाता है। 

किसान उत्पादक संघों की महत्ता पर बल देते हुए सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने एफपीओ की उपयोगिता, किसानों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में एफपीओ की भूमिका पर उपस्थित सहभागियों को अवगत कराते हुए एफपीओ का भविष्य अति उज्जवल होने का विश्वास दिलाया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया की उद्यमियों तथा उपयोग के प्रतिनिधियों के साथ 15 दिन के भीतर बैठक करके सीबी सीबी प्लांट या आने किसी क्षेत्र में कोई इकाई स्थापित करने की कार्रवाई प्रारंभ कराये

डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्रा ने बताया कि जिले में 38 एफपीओ गठित है। वही 16 गठन की प्रक्रिया में है। फार्म मशीनरी बैंक में 10, उर्वरक बीज, कीटनाशी में आठ, बीज उत्पादन दुग्ध एकत्रीकरण एवं विपणन, गुड़ उत्पादन एवं विपणन, फल एवं सब्जी प्रसंस्करण, गन्ने का सिंगल वड पौध उत्पादन में क्रियाकलाप में एक एक एफपीओ शामिल है।

कार्यक्रम में मशरूम उत्पादन पर कार्य कर रहे उद्यमी गौरव अनुराग अग्रवाल ने किसानों को मशरूम उत्पादन तथा उसके विपणन के संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई। इसी प्रकार और हब प्रतिनिधि गौरव गुप्ता ने विभिन्न सरकारी योजना के माध्यम से कृषक उत्पादक संगठनों ने स्थापित क्रियाशील इकाइयों के बारे में जानकारी दी तथा हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उपनिदेशक बीज प्रमाणीकरण ने बताया कि जनपद में बीज उत्पादन की बहुत संभावना है। कृषक उत्पादक संगठन बीज विकास निगम के साथ समन्वय करके बीज उत्पादन का कार्य कर सकता है।

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