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सोमवार, 22 जनवरी 2024

रामलला के अयोध्या आगमन पर हनुमान गढ़ी में बिराजे रामभक्त हनुमान

● धन्य हुआ पावन चक्रतीर्थ से कुछ कोस दूर स्थित सीतापुर का गांव असुवामऊ

सीतापुर। श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पावन बेला पर चक्रतीर्थ नैमिषारण्य से कुछ कोस दूरी पर स्थित सीतापुर के प्रतिष्ठित गांव असुवामऊ में हनुमान गढ़ी मन्दिर में रामभक्त भगवान हनुमान, भगवान भोलेनाथ और भगवान शनि की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कर आस्था का संचार किया गया।
उल्लेखनीय है कि कायस्थ गढ़ी परिवार के संतोष श्रीवास्तव ने संकल्प लिया था कि मर्यादापुरुषोत्तम भगवान राम की अयोध्या में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अपने पूर्वजों की स्मृति में रामभक्त भगवान हनुमान गढ़ी मन्दिर निर्माण कर भगवान हनुमान, भगवान शिव और भगवान शनि की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाएंगे। श्री श्रीवास्तव का मानना था कि आस्था का यह केंद्र निकट भविष्य में कायस्थ कुल की एकता का प्रतीक होगा। बताते चलें कि सीतापुर जिले में कायस्थों के सबसे बड़े गांव के रूप में विख्यात है असुवामऊ गांव, और यहां लगभग सभी कायस्थ एक ही परिवार के अंतर्गत आते हैं। लखनऊ में निवास बना चुके श्री संतोष अपने इस संकल्प को लेकर बीते एक वर्ष से लगातार प्रयासरत थे। इस बीच मार्गदुर्घटना मे चोटिल होकर महीनों बेड पर भी पड़े रहे लेकिन मन्दिर निर्माण नही रुकने दिया। गांव में मन्दिर लगभग पूर्ण होने पर उन्होंने श्रीरामोत्सव के पावन दिन हनुमान गढ़ी में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का निश्चय किया था। 

असुवामऊ गांव में यह चार दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का धार्मिक आयोजन विधिवत 19 को आचार्यो के आगमन एवं वेदी की रचना के साथ शुरू हुआ था। 20 जनवरी को हनुमान गढ़ी असुवामऊ से नैमिषारण्य के निकट कैलाश आश्रम तक भव्य शोभायात्रा एवं पंचांग पूजन कार्यक्रम संपन्न किया गया। 21 जनवरी को वेदी पूजन, अन्नाधिवास, शैय्याधिवास एवं आरती पूजन किया गया। आज सुबह वेदी पूजनोपरांत भगवान का अभिषेक किया गया। उसके बाद भगवान की प्राण प्रतिष्ठा विधिवत की गई। दोपहर बाद हवन, आरती कर धर्म, संस्कृति का संचार किया गया। इस धार्मिक आयोजन का समापन विशाल भंडारे के साथ किया गया।

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