शाहजहांपुर। गुरुवार को विनोबा सेवा आश्रम के 44 वें स्थापना दिवस एवं विनोबा गो सेवा सदन की रजत जयंती का संयुक्त समारोह त्रिमाता उपासना कुटीर में संपन्न हुआ। ईशावश्योपनिषद प्रार्थना से शुरू हुआ।
कार्यक्रम में ग्यारह गो सेवा के क्षेत्र में कार्यरत विभूतियों को सम्मानित किया गया।
शाहाबाद के अंब्रीश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया पीलीभीत से आए धीरेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखे।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी ओंकार मनीषी ने विनोबा सेवा आश्रम की शुरुआत की कठिनाइयों का जिक्र भी किया और एक ऐसी कहानी भी सुनाई जिससे सभी की आंखे भर आईं।
विनोबा विद्यापीठ बरतारा के दस छात्रों को वितरित किए गए सरकार द्वारा प्राप्त स्मार्ट फोन, आश्रम की संरक्षक और विनोबा गो सेवा सदन की अध्यक्ष विमला बहन ने सुनाई सभी को श्रम स्वाध्याय मंदिर रझोआ की त्याग तपस्या की सुंदर कहानी, प्रबंधक अमर सिंह द्वारा गाया गया स्वागत गीत, कमला बहन, कुसुमा बहन ,उपमा बहन, अजय भाई, अनुराग श्रीवास्तव, संजय अग्निहोत्री,हरवंश कुमार, दिनेश चंद्र एवं मनोज मिश्रा ने विचार व्यक्त किए।
गौ सदन की मदद करने हेतु संतोष गुप्ता व मुदित कुमार का भी सम्मान हुआ।आभार आदित्य कुमार ने व्यक्त किया।
विनोबा गो सेवा सदन का पुनुरुद्धार भी किया गया। सभी आए हुए अतिथियों ने उसका पूर्ण अवलोकन भी किया।
समारोह में आश्रम द्वारा संचालित गतिविधियों से जुड़े कार्य कर्ता एवं क्षेत्र के विशिष्ट जन सहयोगी ही आमंत्रित किए गए । अन्नपूर्णा भवन में सभी का सहभोज के उपरांत कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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