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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

रामलला के दरबार में लगेगा देश का सबसे बड़ा घंटा

रामनगरी अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के एटा जिले से रामलला के दरबार में अष्टधातु का 2100 किलो का घंटा भेजा जा रहा है। इस घंटे को 31 दिसंबर तक अयोध्या भेजे जाने की तैयारी है।इस घंटे को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह देश भर के मंदिरों में लगे घंटों में सबसे बड़ा है। अभी तक इतना बड़ा घंटा देश के किसी भी मंदिर में नहीं लगा है। जिसके निर्माण में 25 लाख रुपए की लागत आई है और अभी तक लगभग 400 कर्मचारी इस घंटे को बनाने में लगे हैं। पिछले एक साल से अयोध्या के राम मंदिर के लिए जलेसर के सावित्री ट्रेडर्स में घंटा बनाया जा रहा है। 2100 किलो का घंटा बनाने के लिए मजदूर दिन-रात कार्य कर करने में लगे रहे हैं।अष्टधातु के इस घंटे को फिलहाल 31 दिसंबर तक अयोध्या के राम मंदिर ले जाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में घुँघरू घंटी कारोबारी आदित्य मित्तल ने जानकारी दी है कि चार माह से इस घंटा पर दिन-रात काम करके इसे तैयार करवाया गया है। 2100 किलो के वजन के इस घंटे को बनाने के लिए 400 से अधिक कर्मचारी लगे हैं। इसकी लागत 25 लाख रुपए के करीब आई है। घंटे की गोलाई 15 फुट और घंटे की अन्दर की चौड़ाई 5 फुट है। घंटा कुल 6 फुट का है।देश भर के मंदिरों में और बिकने के लिए घंटा बनकर जलेसर से ही जाते हैं। उज्जैन महाकाल में 700 किलो, जगन्नाथ पुरी 281 किलो, कर्नाटक के अयप्पा में 11 कुन्तल तथा राजस्थान के हनुमान गढ़ जिले में 700 किलो का घंटा लगा है और ये सभी घंटा यहीं से बनकर गए हैं। यह सबसे बडे सौभाग्य की बात हैं, राम मंदिर के लिए घंटे का निर्माण जलेसर की फैक्ट्री में हुआ है। घंटा बनकर तैयार हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जलेसर से अयोध्या के लिए घंटा लाने की मंजूरी दे दी है।
घंटे का वजन 2100 किलो है, जो कि देश भर के मंदिरों में लगे घंटों से सबसे बड़ा है।
घंटे का निर्माण अष्टधातु से किया गया है, जिसमें सोना, चांदी, तांबा, पीतल, कांस्य, लोहा, टिन और जस्ता शामिल हैं।
घंटे की गोलाई 15 फुट है और अन्दर की चौड़ाई 5 फुट है।
घंटा कुल 6 फुट का है।
 घंटे का महत्व राम मंदिर के लिए 2100 किलो का घंटा यहां हो रहा तैयार, 1 किलोमीटर तक सुनाई  देगी इस विशाल घंटे की गूंज
हिंदू धर्म में घंटा बजाने का विशेष महत्व है। घंटा बजाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घंटा बजाने से मन शांत होता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। राम मंदिर में लगने वाला यह घंटा एक ऐतिहासिक क्षण होगा। यह घंटा राम मंदिर की भव्यता और गौरव को और बढ़ाएगा।

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